एक तरफ जहां अरब सागर में भारतीय नौसेना अपना पराक्रम दिखा रही है और अगवा किए जहाजों को बचा रही है। भारतीय नौसेना ने समुद्री डाकुओं के चंगुल से एक ईरानी जहाज को छुड़ाया है। बड़ी बात ये है कि नौसेना ने 23 पाकिस्तानी चालक दल को भी सुरक्षित बचा लिया है। वहीं पूर्वी तट पर अमेरिकी नौसैनिकों के साथ इंडियन नेवी और आर्मी के जवान अपना दमखम दिखा रहे हैं। अमेरिका और भारतीय सेनाओं के बीच आयोजित टाइगर ट्रैंप 2024 युद्धाभ्यास से आई तस्वीरों ने चीन की धड़कने बढ़ा दी है। हमले या आपदा के दौरान काउंटर अटैक और मदद करने का अभ्यास किया गया। एक्सरसाइज का मकसद रणकौशल को बेहतर बनाना है। युद्धाभ्यास में दोनों देशों की सेनाओं के तीनों अंगों ने अपने-अपने युद्ध कौशल का प्रदर्शन किया। जानकारों के मुताबिक इस युद्धाभ्यास में भारत की ओर से करीब सात सौ जवानों ने हिस्सा लिया।
पिछले कुछ सालों में घुसपैठ की बढ़ती गतिविधियों के मद्देनजर भारत और अमेरिका की सेनाओं ने मिलकर साझा रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में विशाखापट्टनम में भारत और अमेरिका की सेनाओं ने मिलकर एक बड़े युद्धाभ्यास को अंजाम दिया। भारतीय नौसेना के मार्कोस कमांडो से लेकर बड़े युद्धपोत और सी130 सुपर हरक्युलस ने भी इस साझा युद्धाभ्यास में हिस्सा लिया। इसी तरह अमेरिकी सेना के युद्धपोत से लेकर जवानों ने साझा रणनीति पर काम किया। दोनों महाशक्तियों की सेना के बीच ये अब तक की सबसे बड़ी एक्सरसाइज है। इससे पहले आज तक इतने बड़े पैमाने पर भारत और अमेरिका ने कभी भी युद्धभ्यास नहीं किया। ये सैन्य युद्धभ्यास दो चरणों में किया गया।
बयान में कहा गया है कि भारतीय सेना का प्रतिनिधित्व मशीनीकृत बलों सहित एक इन्फैंट्री बटालियन समूह द्वारा किया गया था और भारतीय वायु सेना ने एक मध्यम-लिफ्ट विमान, परिवहन हेलीकॉप्टर और रैपिड एक्शन मेडिकल टीम (RAMT) को तैनात किया था। इसमें कहा गया है कि यूएस टास्क फोर्स में एक अमेरिकी नौसेना लैंडिंग प्लेटफॉर्म डॉक शामिल है जिसमें इसके अभिन्न लैंडिंग क्राफ्ट एयर कुशन और हेलीकॉप्टर, एक विध्वंसक, समुद्री टोही और मध्यम-लिफ्ट विमान और यूएस मरीन भी शामिल हैं। बयान में कहा गया कि तीनों सेवाओं के विशेष ऑपरेशन बलों ने भी अभ्यास में भाग लिया और बंदरगाह और समुद्री चरणों के दौरान विशाखापत्तनम और काकीनाडा में अमेरिकी समकक्षों के साथ संयुक्त अभियान चलाया।