By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jul 30, 2020
नागपुर। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के महासचिव मिलिंद परांदे ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि जो लोग राम मंदिर और उससे जुड़े विषयों का विरोध कर रहे वे ऐसा अपने राजनीतिक लक्ष्यों को हासिल करने के लिए कर रहे हैं क्योंकि उनके पास हिंदुओं के हितों का विरोध करने के अलावा अन्य कोई विकल्प नहीं है। परांदे ने यह बात यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कही। राकांपा प्रमुख शरद पवार, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी द्वारा हाल ही में दिए गए बयानों के बारे में पूछे गए एक सवाल का उत्तर देते हुए परांदे ने कहा, ‘‘कुछ लोगों ने राम मंदिर से संबंधित किसी भी विषय का विरोध करना अपना व्यवसाय बना लिया है। हर किसी को समझना चाहिए कि राम मंदिर राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘कुछ लोग इसका विरोध कर रहे हैं। यह उनकी राजनीति का हिस्सा है और उनकी राजनीति केवल हिंदुओं के हितों का विरोध करके होती है। ऐसे सभी लोगों के पास विरोध करने के अलावा और कोई विकल्प नहीं है...’’। उन्होंने कहा कि राम मंदिर देश में सांप्रदायिक सद्भाव का केंद्र बनेगा। श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र न्यास के सदस्यों के अनुसार राम मंदिर का निर्माण शुरू करने के वास्ते भूमि पूजन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पांच अगस्त को अयोध्या का दौरा करने की उम्मीद है।