हाल में सबसे लंबी अवधि वाला चंद्र ग्रहण लगा था, इस खगोलीय घटना 15 दिन बाद अब शनिवार 4 दिसंबर को सूर्य ग्रहण की स्थिति बन रही है। साल 2021 का यह दूसरा सूर्य ग्रहण है। सूर्य ग्रहण को ज्योतिष शास्त्र में एक महत्वपूर्ण खगोलीय घटना माना गया है। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक सूर्य ग्रहण के समय सूर्य पीड़ित हो जाते हैं और इस कारण से सूर्य की शुभता में कमी आ जाती है। पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर-जोधपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास ने बताया कि ज्योतिष में सूर्य को ग्रहों का राजा माना जाता है। सूर्य का संबंध आत्मा, पिता और उच्च पद से भी होता है। 4 दिसंबर 2021, शनिवार को मार्गशीर्ष मास की कृष्ण पक्ष की अमावस्या की तिथि को लगेगा।
इन देशों में दिखाई देगा सूर्य ग्रहण
साल 2021 का यह आखिरी सूर्य ग्रहण अंटार्कटिका, दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अमेरिका में दिखाई पड़ेगा। हालांकि यह सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा।
इतने कम समय में दो ग्रहण होना अशुभ
ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास ने बताया कि ज्योतिष के मुताबिक इसने कम समय के अंतराल में दो ग्रहण का होना अशुभ होता है। 19 नवंबर को सबसे लंबी अवधि का चंद्र ग्रहण लगा था, हालांकि चंद्र ग्रहण का भी भारत में कोई असर नहीं हुआ था और न ही सूर्य ग्रहण का भारत में कोई असर होगा ।
इसलिए होता है आंशिक सूर्य ग्रहण
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक अनीष व्यास ने बताया कि आंशिक सूर्य ग्रहण को खंडग्रास ग्रहण भी कहते हैं। आंशिक ग्रहण तब होता है जब सूर्य और चंद्रमा एक सीधी लाइन में नहीं होते और चंद्रमा सूर्य के एक हिस्से को ही ढंकता है। इस खगोलीय स्थिति को खण्ड-ग्रहण कहा जाता है। इस स्थिति में जब ग्रहण सूर्य या चंद्रमा के कुछ हिस्से पर ही लगता है। यानि चंद्रमा सूर्य के सिर्फ कुछ हिस्से को ही ढंकता है।
सूर्य ग्रहण का किन राशियों पर पड़ेगा प्रभाव
कुण्डली विश्ल़ेषक अनीष व्यास ने बताया कि सूर्य ग्रहण वृश्चिक राशि और अनुराधा नक्षत्र में लगेगा। ज्योतिष गणना के अनुसार इस तरह से वृश्चिक और अनुराधा नक्षत्र वाले जातकों पर इस सूर्यग्रहण का प्रभाव सबसे अधिक रहने वाला होगा। ऐसे में इस राशि के जातक सूर्यग्रहण के दौरान विशेष सावधानी बरतें। सूर्य ग्रहण का सिंह, मकर और कुंभ राशि वालों पर प्रभाव पड़ेगा। सूर्य देव सिंह राशि के स्वामी हैं। इस दौरान ये राशि वाले वाद-विवाद से दूर रहें। वाहन आदि के प्रयोग में सावधानी बरतें। वाणी पर कंट्रोल रखें। इस दौरान शत्रु हावी होने की कोशिश करेंगे, ऐसे में सतर्क रहने की जरूरत है। कर्ज देने और लेने की स्थिति से बचें।
सूतक काल
भविष्यवक्ता अनीष व्यास ने बताया कि 04 दिसंबर 2021 को लगने वाले सूर्य ग्रहण में सूतक काल मान्य नहीं होगा। यह सूर्य ग्रहण उपछाया ग्रहण होगा। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, पूर्ण ग्रहण होने पर ही सूतक काल मान्य होता है। आंशिक या उपछाया होने पर सूतक नियमों का पालन अनिवार्य नहीं होता है।
सूर्य ग्रहण का समय
सूर्य ग्रहण की तिथि: शनिवार 4 दिसंबर
सूर्य ग्रहण का आरंभ: प्रातः11:00 बजे
सूर्य ग्रहण समाप्त: दोपहर 03:07 मिनट पर
सूर्य ग्रहण के समय ये ग्रह रहेंगे अस्त
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक अनीष व्यास ने बताया कि सूर्य ग्रहण के दौरान चंद्रमा और बुध अस्त रहेंगे। जबकि राहु और केतु वक्री रहेंगे। ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति का भी सभी 12 राशियों पर प्रभाव पड़ेगा।
विश्वविख्यात भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक अनीष व्यास से जानिए किन राशियों पर सूर्य ग्रहण का पड़ेगा शुभ-अशुभ प्रभाव-
मेष- ग्रहण शुभ नहीं है। आपके सेहत में गिरावट हो सकती है। वाहन आदि चलाने में सावधानी बरतें।
वृषभ- ग्रहण शुभ रहेगा। इस दौरान आपके मान-सम्मान में वृद्धि होगी। व्यापार में मुनाफा हो सकता है।
मिथुन- यह ग्रहण आपके लिए शुभ रहेगा। इस दौरान पुराने विवादों से मुक्ति मिल सकती है। मनोकामना पूरी होने के योग बनेंगे।
कर्क- ग्रहण शुभ नहीं है। दोस्तों के साथ वाद-विवाद हो सकता है। संतान की ओर से मानसिक दवाब रहेगा।
सिंह- ग्रहण का लाभ मिलेगा। इस दौरान आपकी कोई समस्या हल हो सकती है।
कन्या- ग्रहण का प्रभाव आपकी राशि पर शुभ रहेगा। इस दौरान साहस और पराक्रम में वृद्धि हो सकती है।
तुला- तुला राशि वालों के जीवन पर ग्रहण का अशुभ प्रभाव पड़ेगा। इस दौरान वाणी पर कंट्रोल रखें।
वृश्चिक- सूर्य ग्रहण का आपकी राशि पर अशुभ प्रभाव पड़ेगा। इस दौरान मानसिक तनाव बढ़ सकता है। कार्यक्षेत्र में मुश्किलें आ सकती हैं।
धनु- ग्रहण का प्रभाव अशुभ रहेगा। बेवजह धन खर्च हो सकता है। भागदौड़ हो सकती है।
मकर- व्यापार में तरक्की मिलने के योग बनेंगे। नौकरी पेशा वाले जातकों को कॅरियर में नए अवसर मिल सकते हैं।
कुंभ- सूर्य ग्रहण शुभ रहेगा। इस दौरान अचानक धन लाभ हो सकता है।
मीन- ग्रहण के दौरान सावधान रहने की जरूरत है। बिना बात वाद-विवाद हो सकता है। वाहन चलाने में सावधानी बरतें।
- अनीष व्यास
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक