By अंकित सिंह | Jul 24, 2022
गोवा में बार मामले को लेकर सियासी बवाल अभी भी जारी है। कांग्रेस केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को लेकर हमलावर है। इन सबके बीच पलटवार में स्मृति ईरानी की ओर से अब लीगल नोटिस भी भेज दिया गया है। कांग्रेस की ओर से स्मृति ईरानी की बेटी पर गोवा में अवैध बार चलाने का आरोप लगाया गया था। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से स्मृति ईरानी को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की भी मांग की थी। पलटवार करते हुए स्मृति ईरानी ने कहा था कि मेरी बेटी विद्यार्थी है और वह कोई बार नहीं चलाती है। उन्होंने कहा था कि मुझे गांधी परिवार के खिलाफ बोलने की सजा कांग्रेस की ओर से दी जा रही है। शुक्रवार को एक संवाददाता सम्मेलन में भी स्मृति ईरानी ने साफ तौर पर कह दिया था कि वह इस मामले को लेकर कोर्ट जाएंगी।
अब स्मृति ईरानी की ओर से कांग्रेस नेता पवन खेड़ा, जयराम रमेश, नेता डिसूजा और कांग्रेस को लीगल नोटिस भेजा गया है। इसके साथ ही उनसे बिना शर्त लिखित माफी मांगने और आरोपों को तत्काल प्रभाव से वापस लेने के लिए भी कहा गया है। इससे पहले स्मृति ईरानी ने कांग्रेस के इस आरोप को दुर्भावनापूर्ण करार दिया और उस पलटवार करते हुए दावा किया कि नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया और राहुल गांधी की ‘‘5,000 करोड़ रुपये की लूट’’ पर उनके मुखर रुख के कारण उनकी बेटी को निशाना बनाया गया है।
कांग्रेस के मीडिया एवं प्रचार प्रमुख पवन खेड़ा ने संवाददाताओं से कहा, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के परिवार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं। गोवा में उनकी बेटी द्वारा चलाए जा रहे रेस्त्रां पर शराब परोसने के लिए फ़र्ज़ी लाइसेंस जारी करवाने का आरोप लगा है और यह कोई ‘सूत्रों के हवाले से’ अथवा एजेंसियों द्वारा राजनीतिक प्रतिशोध लेने के लिए लगाया गया आरोप नहीं है, बल्कि सूचना का अधिकार (आरटीआई) के तहत प्राप्त जानकारी में खुलासा हुआ है। उन्होंने दावा किया, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की बेटी ने अपने ‘सिली सोल्स कैफे एंड बार’ के लिए फ़र्ज़ी दस्तावेज़ देकर बार लाइसेंस जारी करवाए।