By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Oct 23, 2017
नयी दिल्ली। स्थानीय समस्याओं को समझकर उनके लिए नवोन्मेषी समाधान पेश करने की प्रेरणा से युवा उद्यमियों के लिए एक नया स्मार्ट सिटी चैलेंज शुरू किया गया है। इसमें ऐसे स्टार्टअपों को आगे बढ़ाया जाएगा जो एक सफल कारोबार के साथ ही समाज पर सकारात्मक प्रभाव छोड़ने वाले हों। अमेरिका के कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय बर्केले के इनोवेशन एक्सीलरेशन ग्रुप ने हाल ही में ‘स्मार्ट सिटी 4.0’ शुरू किया है। इसका मकसद भारत में स्मार्ट सिटी के काम को आगे बढ़ाने के लिए औद्योगिक कौशल को विकसित करने के साथ कोष वाले स्टार्टअप बनाना, तकनीक को आगे बढ़ाना और नवोन्मेषकों को सलाह देना है।
इस पहल के हिस्से के तौर पर उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में एक भारत की स्मार्ट सिटी सह-नवोन्मेष प्रयोगशाला स्थापित की जाएगी। इलाहाबाद को सरकार ने 100 स्मार्ट सिटी में से एक के तौर पर चुना है। इनोवेशन एक्सीलरेशन ग्रुप के कार्यकारी निदेशक आंद्रे मारक्युइस ने कहा, ‘‘ चुनौती यह है कि ढेर सारी नयी तकनीक हैं जिनका प्रभाव (समाज पर) पड़ सकता है।’ लेकिन लोग पहले तकनीक को देखते हैं और बाद में उससे क्या समाधान किया जा सकता है, इस पर विचार करते हैं।मारक्युइस ने कहा, ‘‘यहां कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय बर्केले में हम इसे अलग तरीके से देखते हैं। आप को ग्राहकों के साथ संपर्क में रहना है।
हम लोगों से कहते हैं वह कार्यालयों या इमारतों से बाहर निकलें, ग्राहक की समस्या को समझें और एक व्यवहारिक कारोबारी मॉडल बनाएं ताकि वह उन समस्याओं का समाधान कर सकें और फिर उसे (कारोबार) खड़ा कर सकें।’’ इसे युनाइटेड स्टेट्स इंडिया स्ट्रैटजिक पार्टनरशिप फोरम और गैर लाभकारी संस्था 1एम1बी के साथ मिलकर शुरू किया गया है। ‘स्मार्ट सिटी 4.0’ का मकसद युवा नवोन्मेषकों, स्टार्टअपों और बड़े नगर निगमों के कौशल का विकास करना है जो इन शहरों को ‘स्मार्ट, सुरक्षित और सतत’ बनाने के समाधान दे सकें। इसमें 18 से 29 साल के युवाओं को ही आमंत्रित किया जाएगा।