हार्ट अटैक या दिल का दौरा तब पड़ता है जब हृदय की मांसपेशियों के एक हिस्से को पर्याप्त रक्त नहीं मिलता है। यह एक ऐसी स्थिति होती है, जिसमें व्यक्ति को जल्द से जल्द चिकित्सीय मदद की जरूरत होती है। रक्त प्रवाह को बहाल करने के लिए उपचार के बिना जितना अधिक समय बीतता है, हृदय की मांसपेशियों को उतना ही अधिक नुकसान होता है। कभी-कभी तो समय पर इलाज ना मिलने के कारण व्यक्ति की जान तक चली जाती है। कोरोनरी आर्टरी डिजीज (सीएडी) दिल के दौरे का मुख्य कारण है। आमतौर पर, जब व्यक्ति को हार्ट अटैक आता है तो उसे अपने शरीर में कुछ बदलाव नजर आते हैं। हालांकि, अधिकतर लोग इसे नजरअंदाज कर देते हैं और फिर उन्हें गंभीर परिणाम उठाने पड़ते हैं। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको हार्ट अटैक के लक्षणों के बारे में बता रहे हैं-
सीने में दर्द या बेचैनी
यह एक सामान्य लक्षण है, जो अधिकतर लोगों को दिल का दौरा पड़ने पर नजर आता है। इस स्थिति में व्यक्ति को छाती के केंद्र या बाईं ओर असुविधा होती है जो कुछ मिनटों से अधिक समय तक रहती है या जो चली जाती है और वापस आ जाती है। ऐसे में व्यक्ति को बेचैनी के साथ-साथ असहजता, दबाव या दर्द की तरह महसूस हो सकता है।
कमजोरी महसूस करना
जब व्यक्ति को हार्ट अटैक आता है तो इसका अर्थ है कि उसका हद्य सही तरह से काम नहीं कर रहा है। इस स्थिति में व्यक्ति खुद को कमजोर महसूस कर सकता है या फिर उसे हल्का सिर में दर्द या बेहोशी का भी अहसास हो सकता है। कुछ लोगों को ठंडे पसीने में भी टूट सकते हैं।
असहज महसूस करना
कई बार व्यक्ति को हार्ट अटैक होने पर जबड़े, गर्दन या पीठ में दर्द या बेचैनी हो सकती हैं। कुछ लोगों को इस दौरान एक या दोनों बाहों या कंधों में दर्द या बेचैनी का अनुभव भी हो सकता है।
सांस लेने में कठिनाई
जब व्यक्ति को हार्ट अटैक आता है तो उसे अक्सर सीने में तकलीफ भी होती है। हालांकि, सीने में तकलीफ से पहले सांस की तकलीफ भी हो सकती है। जिससे व्यक्ति को दर्द के साथ-साथ सांस लेने में कठिनाई का अहसास हो सकता है।
दिल के दौरे के अन्य लक्षणों में असामान्य या अस्पष्टीकृत थकान और मतली या उल्टी शामिल हो सकती है। महिलाओं में इन लक्षणों की संभावना अधिक होती है।
- मिताली जैन