ऐसा कहा जाता है कि जल ही जीवन है। अर्थात् पानी के बिना व्यक्ति अपने जीवन की कल्पना तक भी नहीं कर सकता। स्वस्थ रहने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीना बेहद आवश्यक है। हालंाकि, इस दौरान आपको इस बात का भी ध्यान रखना होता है कि आप पानी का सेवन किस तरह कर रहे हैं। कुछ लोग पानी को प्लास्टिक की बोतल में स्टोर करके रखते हैं और फिर उसी बोतल से पानी पीते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि प्लास्टिक की बोतल से पानी पीना सेहत के लिए बेहद हानिकारक माना गया है। तो चलिए आज हम आपको प्लास्टिक की बोतल से पानी पीने के कुछ हानिकारक प्रभावों के बारे में बता रहे हैं-
डाइऑक्सिन का हो सकता है उत्पादन
अक्सर लोग प्लास्टिक की बोतल में पानी लेकर निकल पड़ते हैं। लेकिन जब यह सूर्य के सीधे संपर्क में आकर गर्म होती हैं, तो इस तरह के हीटिंग से डाइऑक्सिन नामक टॉक्सिन निकलता है जिसका सेवन करने पर स्तन कैंसर में तेजी आ सकती है।
बीपीए जेनरेशन
प्लास्टिक की बोतल में पानी का सेवन महिलाओं के लिए बिल्कुल भी उचित नहीं माना गया है। बाइफिनाइल ए एक एस्ट्रोजन-एक रसायन है जो लड़कियों में मधुमेह, मोटापा, प्रजनन समस्याओं, व्यवहार संबंधी समस्याओं और शुरुआती यौवन जैसी कई स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकता है। प्लास्टिक की बोतल से पानी को स्टोर और पीना बेहतर नहीं है।
प्रतिरक्षा प्रणाली पर पड़ता है असर
जब हम प्लास्टिक की बोतलों में पानी पीते हैं तो इससे इम्युन सिस्टम काफी प्रभावित होता है। प्लास्टिक की बोतलों से निकलने वाले रसायन हमारे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को खराब कर देते हैं।
लीवर कैंसर और कम शुक्राणुओं की संख्या
प्लास्टिक में phthalates नामक रसायन की उपस्थिति के कारण, प्लास्टिक की बोतलों से पानी पीने से लीवर कैंसर और शुक्राणुओं की संख्या में कमी भी हो सकती है।
इसलिए, जहां तक हो सके, प्लास्टिक की बोतल से पानी पीना अवॉयड करें। आप स्टील की बोतल का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अलावा, आजकल मिट्टी की बोतलें भी आपको आसानी से मिल जाएंगी।
- मिताली जैन