बेंगलुरू। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने आज केंद्र की नरेंद्र मोदी नीत सरकार पर कई चुनावी वादों को ‘‘पूरा नहीं करने’’ का आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य विधानसभा चुनाव भाजपा के ‘‘वादा तोड़ने’’ सहित अन्य मुद्दों को लेकर भी हैं। कर्नाटक में विधानसभा चुनाव 12 मई को होने हैं जबकि वोटों की गिनती 15 मई को होगी। उन्होंने कई ट्वीट कर कहा, ‘‘यह चुनाव नरेन्द्र मोदी सरकार के वादे तोड़ने को लेकर भी है। पहला, काला धन सफेद नहीं हुआ। दूसरा, लोगों को उनके खाते में 15 लाख रुपये नहीं मिले। तीसरा, नोटबंदी के कारण लोगों के धन का मूल्य खत्म हो गया। उन्हें अपना धन लेने के लिए कतार में लगना पड़ा।’’
सिद्धरमैया ने कहा, ‘‘मोदी रोजगार मुहैया कराने में भी विफल रहे और नौकरी मांगने वालों से पकौड़ा बेचने के लिए कहा। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत कम होने के बावजूद वह पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों को रोकने में विफल रहे।’’ उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘चौथा, बेरोजगारों से पकौड़ा बेचने के लिए कहा। पांचवां, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल की कीमतों में काफी कमी आई है लेकिन पेट्रोल...डीजल की कीमत लगातार बढ़ती रही। छठा, भ्रष्टाचार मुक्त सरकार का वादा किया गया था लेकिन बैंकों को लूटा जा रहा है।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस चुनाव का मिशन विकास विरोधी और सांप्रदायिक भाजपा को हराना भी है। इसके अलावा अवसरवादी जदएस है जो साथ मिलकर काम कर रहा है। भारतीय संविधान को भाजपा से बचाना भी है जो इसे बदलने की योजना बना रही है।