By रेनू तिवारी | May 24, 2023
बेंगलुरु। कर्नाटक को सिद्दरमैया के रुप में एक नया मुख्यमंत्री मिल गया है। साथ ही सरकार को मजबूती से चलाने के लिए डी के शिवकुमार ने उपमुख्यमंत्री की भी कमान संभाल की हैं। हाल ही में सिद्दरमैया और डी के शिवकुमार सहित कई मंत्रियों से अपने पद की शपथ ली है। अब आगे का मंत्रिमंडल कैसा होगा किस विधायक को क्या विभाग दिए जाएंगे उस पर चर्चा होना बाकी हैं। इसी विषय पर दोनों नेता आलाकमान से चर्चा करने के लिए दिल्ली आ रहे हैं।
मंत्रिमंडल विस्तार पर चर्चा
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दरमैया और उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार बुधवार शाम नयी दिल्ली के लिए रवाना होंगे, जहां उनके कांग्रेस आलाकमान से मिलकर राज्य में मंत्रिमंडल विस्तार और मौजूदा मंत्रियों को विभागों के आवंटन पर चर्चा करने की संभावना है। मुख्यमंत्री के आधिकारिक कार्यक्रम के मुताबिक, सिद्दरमैया विशेष विमान से शाम साढ़े छह बजे दिल्ली के लिए रवाना होंगे। वह रात में राष्ट्रीय राजधानी में ही रुकेंगे। वहीं, शिवकुमार के कार्यालय ने बताया कि मुख्यमंत्री के साथ उपमुख्यमंत्री भी दिल्ली दौरे पर जाएंगे। हालांकि, सिद्दरमैया और शिवकुमार के दिल्ली दौरे का विवरण मीडिया से साझा नहीं किया गया है, लेकिन पार्टी सूत्रों ने बताया कि दोनों नेताओं के मौजूदा मंत्रियों को विभागों के आवंटन और मंत्रिमंडल विस्तार के मुद्दे पर कांग्रेस आलाकमान से मिलने की संभावना है।
मंत्रियों के विभागों का आवंटन
कर्नाटक में सिद्दरमैया और शिवकुमार ने 20 मई को आठ मंत्रियों के साथ क्रमश: मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। हालांकि, इन मंत्रियों को अभी विभागों का आवंटन नहीं किया गया है। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, पार्टी आलाकमान ने पिछले हफ्ते शपथ ग्रहण समारोह से पहले दिल्ली में हुई बैठक में आठ मंत्रियों की पहली सूची को मंजूरी दी थी, जबकि पहले मंत्रिमंडल में बड़ी संख्या में विधायकों को शामिल किए जाने की योजना है।
सूत्रों ने बताया कि चर्चा के दौरान कुछ नामों को लेकर सिद्दरमैया और शिवकुमार के बीच कथित रूप से मतभेद होना इसकी मुख्य वजह है। नए मंत्रियों को विभागों का आवंटन और एक ऐसे मंत्रिमंडल का गठन, जिसमें सभी समुदायों, क्षेत्रों, गुटों और नयी व पुरानी पीढ़ी के विधायकों को प्रतिनिधित्व हासिल हो, सिद्दरमैया के लिए काफी चुनौतीपूर्ण कार्य है। कर्नाटक मंत्रिमंडल में मंत्रियों की स्वीकृत संख्या 34 है। इसे देखते हुए कई नेता मंत्री बनने की होड़ में शामिल हैं।