By अभिनय आकाश | Aug 12, 2021
पश्चिम बंगाल के बाद अब पूर्वोत्तर का राज्य त्रिपुरा तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी के बीच तकरार की बड़ी वजह बनकर इन दिनों सामने आ रहा है। त्रिपुरा में टीएमसी नेताओं की गिरफ्तारी फिर उसके विरोध में अभिषेक बनर्जी के नेतृत्व में प्रदर्शन और फिर छह नेताओं पर एफआईआर दर्ज होना। ये बानगी भर है इस बात का अंदाजा लगाने के लिए कि बंगाल में जो खेला देखने को मिला था उसे त्रिपुरा में भी दोहराया जा सकता है।
लेकिन ममता की पार्टी के त्रिपुरा में संभावनाओं को पश्चिम बंगाल के भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने सिरे से खारिज कर दिया। शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि त्रिपुरा में भाजपा का नेतृत्व बहुत मज़बूत है। वहां तृणमूल का कुछ नहीं है। वहां अगर टीएमसी चुनाव लड़ेगी तो उन्हें नोटा से भी कम वोट मिलेगा।