बासमती पर वबाल शिवराज ने लिखा सोनिया को पत्र, कमलनाथ बोले राजनीति कर रहे है शिवराज

By दिनेश शुक्ल | Aug 08, 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर कांग्रेस को किसान विरोधी बताया है। दरआसल मध्य प्रदेश को बासमती चावल की जीआई टैगिंग के मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पत्र लिखकर कांग्रेस अध्यक्ष से आपत्ति जताई है। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर जीआई टैगिंग को लेकर हस्तक्षेप करने की मांग की थी। जिसके बाद बासमती चावल की टैगिंग को लेकर सियासत शुरू हो गई। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सोनिया गांधी को लिखे गए पत्र पर मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने मुख्यमंत्री को कहा है कि वह सोनिया गांधी की जगह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखें। 

 

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कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे पत्र में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कैप्टन की मंशा पर ही सवाल उठाए है। शुक्रवार को मुख्यमंत्री शिवराज ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर भविष्य में होने वाले दुष्प्रभाव को भी स्पष्ट किया है। शिवराज ने पत्र के माध्यम से सोनिया गांधी को लिखा कि अगर जीआइ टैग हटा तो भारत की निर्यात क्षमता पर बुरा प्रभाव पड़ेगा। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में पाकिस्तान को फायदा हो सकता है। सोनिया गांधी को लिखे पत्र में शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस को किसान विरोधी करार देते हुए जवाब मांगा है। उन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर के कथन को किसान व मध्य प्रदेश विरोधी और दुर्भावनापूर्ण बताते हुए लिखा कि यह कांग्रेस के किसान विरोधी चरित्र को भी उजागर करता है।

 

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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा विधानसभा चुनाव से पूर्व सरकार बनने पर दस दिन में किसानों की कर्जमाफी का वादा भी याद दिलाते हुए पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ को भी घेरा। उन्होंने पत्र में लिखा कि, कमल नाथ ने तो सरकार बनने पर इस वादे को मजाक बना दिया। उन्होंने कई उदाहरण देते हुए सोनिया से पूछा है कि आखिर मध्य प्रदेश के किसानों के साथ कांग्रेस की क्या दुश्मनी है। उन्होंने सोनिया को मध्य प्रदेश के चावल की विशेषता बताते हुए स्पष्ट किया है कि मध्य प्रदेश को मिलने वाले जीआइ टैगिंग से अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भारत के बासमती चावल की कीमतों को स्थिरता मिलेगी और देश के निर्यात को बढ़ावा मिलेगा। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ राइस रिसर्च, हैदराबाद ने अपनी सर्वे रिपोर्ट में उल्लेख किया है कि मध्य प्रदेश में पिछले 25 वर्षों से बासमती चावल का उत्पादन किया जा रहा है। पत्र में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लिखा कि कैप्टन जीआइ टैगिंग को पाकिस्तान से जोड़कर घटिया राजनीति कर रहे हैं। पाकिस्तान के मामले का मध्य प्रदेश के दावे से कोई संबंध नहीं है। उन्होंने कहा कि सच्चाई तो यह है कि हरियाणा और पंजाब के निर्यातक भी मध्य प्रदेश से ही बासमती चावल खरीदते हैं। 

 

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दूसरी ओर मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सोनिया गांधी को लिखे पत्र पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि आश्यर्य है कि अमरिंदर के पत्र के जवाब में शिवराज को पीएम मोदी को चिट्ठी लिखनी थी, लेकिन वे सोनिया को लिख रहे है। इससे समझा जा सकता है कि उनको इस मामले में कितनी समझ है। उन्हें सिर्फ राजनीति करना है। किसान व प्रदेश हित से कोई लेना देना नहीं। कमलनाथ ने कहा कि यदि पिछली सरकार में 10 वर्षों के दौरान ठोस प्रयास कर लेते तो शायद किसान को हक मिल चुका होता। 


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