By अंकित सिंह | Dec 13, 2018
मध्य प्रदेश में चुनावी हार के बाद भाजपा नेता शिवराज सिंह चौहान ने अपने भविष्य के राजनीतिक सफर पर बड़ा बयान दिया है। शिवराज ने केंद्र की राजनीति में जाने से इनकार करते हुए कहा कि मैं मध्य प्रदेश में रहूंगा और मध्यप्रदेश में ही मर जाऊंगा। शिवराज के इस बयान से यह तो स्पष्ट हो गया कि उनकी केंद्र या दिल्ली की राजनीति में कोई दिलचस्पी नहीं है।
इससे पहले बुधवार को शिवराज सिंह चौहान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए उमा भारती और बाबूलाल गौर के कार्यकाल को याद किया और प्रदेश में हुए विकास की चर्चा की थी। उन्होंने कहा कि मुझे मुख्यमंत्री रहते हुए जनता से असीम प्यार मिला। इसी के साथ उन्होंने कहा कि मैंने कमलनाथ को फोन करके जीत की बधाई दी और विश्वास है कि जनता के हितों में सरकार काम करेगी।
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बता दे कि हाल में ही संपन्न हुए मध्यप्रदेश चुनाव में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर ऊभरी है। जहां कांग्रेस को 115 सीट मिले वहीं भाजपा को 109 सीटें ही मिल सकी।