भोपाल। मध्य प्रदेश की शिवराज कैबिनेट ने बड़ा फैसला लेते हुए 61 साल पुरानी राजधानी परियोजना प्रशासन को गुरुवार से खत्म कर दिया है। गुरुवार को कैबिनेट की बैठक में राजधानी परियोजना प्रशासन को खत्म करने का प्रस्ताव पास किया गया।
दरअसल सीपीए के खत्म होने के बाद PWD, वन समेत अन्य विभागों में संविलियन कर दिया गया है। पिछले साल सितंबर महीने में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राजधानी परियोजना प्रशासन को खत्म करने का निर्देश दिया था। और विभागों की आपसी तालमेल में कमी की वजह से सीएम ने इसे खत्म करने का निर्णय लिया।
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जानकारी के मुताबिक राजधानी के विकास कार्यो को मूर्त रूप देने के लिए इसका गठन किया गया था। इसका काम भोपाल शहर की सड़कों को बनाने और उनकी मरम्मत करने के अलावा उद्यान, बिल्डंग निर्माण, पुल-पुलियाएं बनाने के काम भी सीपीए द्वारा किए जाते है।
आपको बता दें कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के भवन, भोपाल विकास योजना के कुछ मुख्य मार्गों का रखरखाव यहां से होता है, लगभग 40 एकड़ क्षेत्र में एकांत पार्क, 7 एकड़ में मयूर पार्क, चिनार उद्यान, प्रियदर्शनी पार्क, स्वर्ण जयंती पार्क, डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी पार्क, शाहपुरा पहाड़ी स्थित मोरवन, मंत्रालय के सामने स्थित सरदार वल्लभ भाई पटेल उद्यान, ई-1 से ई-7 स्थित उद्यानों के अलावा नगर वन, बोरवन का रखरखाव का जिम्मा देना है।