By अंकित सिंह | Aug 25, 2023
2024 चुनाव से पहले देश के अलग-अलग राज्यों में राजनीतिक चर्चा जोरों पर है। क्षेत्रीय दल अपने भविष्य की तलाश में अलग-अलग गठबंधनों का रुख कर रहे हैं। 2022 में समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन कर उत्तर प्रदेश में चुनाव लड़ने वाले सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर वर्तमान में भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन के साथ हैं। वे लगातार समाजवादी पार्टी और उसके नेता अखिलेश यादव पर निशाना साधते हैं। वहीं, उत्तर प्रदेश के मऊ जिले में घोसी विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव हो रहे हैं। इसको लेकर भी प्रचार जोरों पर है। इन सबके बीच अखिलेश यादव के चाचा और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल यादव ने ओमप्रकाश राजभर पर निशाना साधा है।
अपने बयान में शिवपाल यादव ने साफ तौर पर कहा कि ओमप्रकाश राजभर जैसे नेता चुनाव जीतकर दलाली करते हैं। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि सम्मानित राजभर समाज के लोगों से तो हम कहेंगे कि जो यहां से चुनकर जाते हैं, वे वहां पर दलाली करते हैं। इन पर भरोसा नहीं करना चाहिए। जब यादव को राजभर के उस बयान की याद दिलाई गयी जिसमें उन्होंने दावा किया है कि अखिलेश यादव कभी मुख्यमंत्री नहीं बन पाएंगे, तो प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सपा नेता ने कहा, ‘‘ये ऐसी ही बात करते हैं, इनकी किसी बात का कोई ठिकाना नहीं है, प्रधानमंत्री और गृह मंत्री के बारे में कुछ दिनों पहले क्या बोल रहे थे।’’
सुभासपा से ही बाहुबली मुख्तार अंसारी के पुत्र अब्बास अंसारी भी मऊ सीट से विधानसभा सदस्य निर्वाचित हुए हैं। शिवपाल सिंह यादव से सपा के पक्ष में मुख्तार अंसारी के भतीजे और गाजीपुर जिले की मोहम्मदाबाद सीट से सपा विधायक सुहेब अंसारी उर्फ मन्नू अंसारी के चुनाव प्रचार में सक्रिय होने के बारे में पूछा गया तो यादव ने कहा कि मुख्तार अंसारी कभी भी समाजवादी पार्टी का हिस्सा नहीं रहे। उन्होंने कहा कि मन्नू अंसारी और उनके पिता (पूर्व विधायक सिगबतुल्लाह अंसारी) समाजवादी पार्टी का हिस्सा पहले भी रहे हैं और अब भी हैं। यादव ने दावा किया कि समाजवादी पार्टी बड़े अंतर के साथ चुनाव जीत रही है। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार दारा सिंह चौहान को दलबदलू करार देते हुए कहा कि ऐसे लोगों पर जनता को भरोसा नहीं करना चाहिए। वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा से चुने गए दारा सिंह चौहान ने पिछले महीने सपा छोड़ दी और विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो गये। इस वजह से घोसी में उपचुनाव हो रहा है।