मुंबई। राजनीतिक जगह के लिए संघर्ष कर रही महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने महाराष्ट्र में होने जा रहे निकाय चुनावों में रणनीतिक प्रबंधन के लिए शिवसेना का दरवाजा खटकाया है। हालांकि दोनों के बीच कोई मैत्री होने की गुंजाइश कम ही है। शिवसेना ने इसके प्रति कुछ खास दिलचस्पी नहीं दिखाई है। राज ठाकरे के नेतृत्व वाली मनसे के सूत्रों ने इसे एक ‘राजनीतिक कदम’ बताते हुए कहा, शिवसेना के साथ तालमेल बैठाने के लिए ‘‘प्रयास किए जा रहे हैं’’।
चुनाव पूर्व समझौता करने से इनकार कर चुकी शिवसेना भाजपा के बिना ही चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। लेकिन शिवसेना ने मनसे के प्रस्ताव पर कोई गंभीर दिलचस्पी नहीं दिखाई है। शिवसेना के सूत्रों ने कहा, ‘‘हम चुनावों के लिए पूरी तरह तैयार हैं। दुर्भाग्यवश हमें भाजपा से लड़ना है। उद्धवजी ने स्पष्ट कर दिया है कि वह किसी का समर्थन या गठबंधन नहीं चाहेंगे। यदि कोई हमारा समर्थन करना चाहता है तो हम सहानुभूति के साथ उस पर विचार करेंगे। हालांकि सीट बंटवारे या किसी अन्य रणनीतिक समझदारी को सिरे से खारिज किया जाता है।’’ मनसे के सूत्रों ने संकेत दिया कि पार्टी ने उम्मीदें नहीं छोड़ी हैं।