By अनुराग गुप्ता | Jun 21, 2022
मुंबई। महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार में संकट के बादल छाए हुए हैं। ऐसे में शिवसेना ने बड़ा एक्शन लिया है। दरअसल, उद्धव ठाकरे सरकार में मंत्री और शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे अन्य 12 विधायकों के साथ गुजरात के सूरत में अपना डेरा जमाए हुए हैं और कहा जा रहा है कि एकनाथ शिंदे भाजपा के संपर्क में हैं।
शिवसेना ने एकनाथ शिंदे के खिलाफ बड़ा एक्शन लेते हुए उन्हें विधायक दल के नेता पद से हटा दिया है। इसी बीच महाराष्ट्र के राजनीतिक संकट को देखते हुए कांग्रेस ने मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को महाराष्ट्र के पर्यवेक्षक बनाया है।
समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि शिवसेना ने एकनाथ शिंदे को विधायक दल के नेता पद से हटाने का फैसला किया है और सेवरी विधायक अजय चौधरी को शिवसेना विधायक दल का नेता बनाया जाएगा।
महाराष्ट्र में आया राजनीतिक भूचाल
महाराष्ट्र विधान परिषद के चुनावी नतीजे सामने आने के बाद महाविकास अघाड़ी सरकार की मुश्किलें बढ़ गईं। एक तरफ भाजपा ने महाविकास अघाड़ी गठबंधन को झटका देकर 5 सीटें जीत लीं और फिर एकनाथ शिंदे अन्य 12 विधायकों के साथ गुजरात चले गए। सूत्रों ने बताया कि एकनाथ शिंदे के संपर्क में 26 विधायक हैं लेकिन एकनाथ शिंदे शिवसेना से संपर्क नहीं साध रहे हैं और वो पार्टी से नाराज भी बताए जा रहे हैं।
ऐसे में उद्धव ठाकरे ने आपात बैठक बुलाई। इस दौरान उन्होंने पार्टी के शीर्ष नेताओं और विधायकों से मुलाकात की। जिसमें प्रदेश के राजनीतिक भविष्य पर चर्चा हुई। इससे पहले शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि एकनाथ शिंदे मुंबई में नहीं हैं, लेकिन उनसे संवाद हो गया है। संजय राउत ने जोर देकर कहा कि शिवसेना वफादारों की पार्टी है और मध्य प्रदेश और राजस्थान की तरह, एमवीए सरकार को गिराने के भाजपा के प्रयास सफल नहीं होंगे।