मुंबई। शिवसेना ने आज अपने सहयोगी दल भाजपा को किसानों के चल रहे आंदोलन से सीख लेने को कहते हुए चेतावनी दी है कि अगर किसानों की मांग पूरी नहीं की गई तो यह भाजपा के लिए तबाही का सबब बन सकता है। शिवसेना ने दावा किया है कि सरकार नासिक में इंटरनेट सेवा बंद करने पर विचार कर रही थी और पूछा है कि ‘‘क्या सरकार प्रदर्शन कर रहे किसानों की तुलना अशांत कश्मीर में सेना पर पथराव कर रहे देशद्रोहियों से कर रही है?’’
शिवसेना ने अपनी पार्टी के मुखपत्र ‘सामना’ के संपादकीय में कहा है, ‘‘किसानों की वेदना की आग को सिर्फ वादों के जरिए नहीं बुझाया जा सकता है। सोमवार को किया गया ‘महाराष्ट्र बंद’ सरकार के लिए चेतावनी थी। अगर सरकार के द्वारा इससे उचित सीख नहीं ली गई तो किसानों की वेदना का यलगार भाजपा के लिए तबाही पैदा करेगा।’’ शिवसेना ने कहा है कि यह किसानों के अधिकार की लड़ाई की शुरुआत है और यह लड़ाई उस समय तक जारी रहेगी जब तक कि सरकार किसानों की अंतिम मांग को स्वीकार नहीं कर लेती है।
इसमें कहा गया है कि शिवसेना इस हड़ताल का समर्थन अंत तक जारी रखेगी। शिवसेना ने कहा है कि हड़ताल के दौरान हुए हिंसक प्रदर्शन की घटनाओं को सरकार की उदासीनता के प्रति किसानों के गुस्से के रूप में देखा जाना चाहिए। इसमें कहा गया है, ‘‘क्या अब किसानों को समझा जाएगा।’’ इस संपादकीय में कहा गया है कि सरकार धीरे-धीरे किसानों की एकता की चुभन महसूस करेगी और किसानों की पूर्ण ऋण मांफी की मांग और उन्हें कृषि उपज का सही मूल्य देने के लिए विवश होगी।