महाराष्ट्र में सरकार का हिस्सा नहीं रहेगी शिवसेना? शिंदे गुट की दो टूक- अजित पवार अपने विधायकों के साथ सरकार में शामिल होंगे तो...

By अभिनय आकाश | Apr 19, 2023

राकांपा नेता अजीत पवार की बीजेपी में एंट्री को लेकर चल रही चर्चाओं के बीच एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के एक नेता ने कहा कि अगर वह शिवसेना या भाजपा में शामिल होते हैं तो पार्टी उनका स्वागत करेगी, लेकिन अगर उनके (पवार) के वफादार विधायकों ने भी इस ओर रुख किया, तो शिवसेना पार्टी महाराष्ट्र सरकार से नाता तोड़ लेगी। शिंदे सेना के प्रवक्ता और विधायक संजय शिरसाट ने दावा किया कि अजित पवार एनसीपी में नहीं रहना चाहते हैं। एनसीपी में अभी बेचैनी है, क्योंकि शिवसेना (अविभाजित) में बेचैनी थी। अजीत पवार उद्धव ठाकरे के नेतृत्व को मंजूरी नहीं देते हैं और वह एनसीपी में नहीं रहना चाहते हैं।

इसे भी पढ़ें: Heatstroke Deaths: हीट स्ट्रोक त्रासदी के बाद इवेंट पर महाराष्ट्र सरकार का बड़ा फैसला, खुले में रैली-समारोह के लिए टाइमिंग तय

मुझे लगता है कि पार्टी में अजित पवार को खुली छूट नहीं मिली है। अगर वह राकांपा छोड़कर भाजपा और शिवसेना में शामिल होते हैं तो हम इसका स्वागत करेंगे। हालांकि, अगर वह विधायकों के एक वर्ग के साथ जुड़ते हैं, तो हम सरकार में नहीं रहेंगे। शिरसाट ने कहा कि शिवसेना ने देखा है कि कैसे एनसीपी ने अपने सहयोगियों को धोखा दिया और इसलिए उनकी पार्टी एनसीपी के साथ सत्ता साझा नहीं करेगी। हमने एमवीए सरकार से बाहर निकलने का फैसला किया क्योंकि लोग हमें कांग्रेस और एनसीपी के साथ जाना पसंद नहीं करते थे। हमने कांग्रेस-एनसीपी इसलिए छोड़ी क्योंकि हम उनके साथ नहीं रहना चाहते थे।

इसे भी पढ़ें: Maharashtra: बीजेपी में शामिल होने की अटकलों पर अजित पवार ने तोड़ी चुप्पी, कहा- मैं NCP में हूं और यहीं रहूंगा

शिरसात ने कहा कि 2019 में लोकसभा चुनाव में अपने बेटे पार्थ के हारने के बाद से ही अजीत पवार एनसीपी से खफा थे। पवार के भाजपा के करीब आने और पाला बदलने की अटकलों के बीच विधायक का बयान भाजपा के लिए एक चेतावनी प्रतीत हुआ।


प्रमुख खबरें

भारत की समृद्ध संस्कृति का प्रदर्शन, वैश्वविक नेताओं को पीएम मोदी ने दिए ये उपहार

NDA या INDIA... महाराष्ट्र और झारखंड में किसकी सरकार, शनिवार को आएंगे नतीजे, UP पर भी नजर

OpenAI ला रही वेब ब्राउजर, गूगल को मिल रही कांटे की टक्कर

लोकायुक्त संशोधन विधेयक विधान परिषद में पेश, नारा लोकेश ने गठबंधन सरकार की प्रतिबद्धता पर दिया जोर