By अंकित सिंह | Oct 04, 2022
कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां लगातार बनी हुई है। कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए मुकाबला शशि थरूर और मल्लिकार्जुन खड़गे के बीच है। इन सबके बीच दोनों नेताओं की ओर से लगातार चुनाव प्रचार किए जा रहे हैं। दोनों नेताओं के अपने-अपने दावे हैं। जहां शशि थरूर लगातार दावा कर रहे हैं कि अगर वह अध्यक्ष बनते हैं तो कांग्रेस में बड़े बदलाव किए जाएंगे तो वही मल्लिकार्जुन खड़गे साफ तौर पर भाजपा और आरएसएस के खिलाफ लड़ने की बात कर रहे हैं। इन सब के बीच आज चुनाव प्रचार के दौरान केरल में शशि थरूर ने बड़ा दावा किया है। शशि थरूर ने कहा है कि कुछ नेता नहीं चाहते हैं कि मैं कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ू, इसलिए वे राहुल गांधी से आग्रह करने गए थे कि वह मुझे नामांकन वापस लेने के लिए कहे।
थरूर ने यह भी दावा किया कि राहुल गांधी ने ऐसा आग्रह करने वाले नेताओं से कहा कि वह नामांकन वापस लेने के लिए नहीं कहेंगे क्योंकि चुनावी मुकाबले से पार्टी को फायदा होगा। कांग्रेस सांसद ने यह भी कहा कि राहुल ने मुझे याद दिलाया कि वह पिछले 10 वर्षों से कह रहे हैं कि पार्टी के अध्यक्ष पद के लिए चुनाव होना चाहिए। थरूर ने साफ तौर पर कहा कि राहुल गांधी ने कहा था कि मुझे नामांकन वापस नहीं लेना चाहिए और मुकाबले में बने रहना चाहिए। इससे पहले थरूर ने यह भी कहा था पार्टी के बड़े नेताओं से समर्थन की उन्हें उम्मीद नहीं थी और अब भी नहीं करते हैं, लेकिन उन्हें सभी लोगों के साथ की जरूरत है। थरूर ने यह बयान ऐसे समय पर दिया है जब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के. सुधाकरन ने सार्वजनिक रूप से यह घोषणा की है कि वह थरूर के प्रतिद्वंद्वी मल्लिकार्जुन खड़गे का समर्थन करेंगे।
पिछले दिनों मैंने नागपुर, वर्धा और हैदराबाद में थरूर ने पार्टी के कार्यकर्ताओं से मुलाकात की थी। उन्होंने कहा था कि कार्यकर्ता मुझसे चुनाव लड़ने और इससे पीछे नहीं हटने के लिए कह रहे हैं। थरूर का कहना था कि मैंने उन्हें भरोसा दिलाया है कि मैं पीछे नहीं हटूंगा। मैं उन लोगों के साथ विश्वासघात नहीं करूंगा जिन्होंने अब तक मेरा समर्थन किया है। मुझ पर उनका जो विश्वास है वही मुझे आगे बढ़ने की ताकत देता है। कांग्रेस सांसद के अनुसार, उनके ज्यादातर समर्थक युवा नेता हैं और पार्टी कार्यकर्ता हैं, हालांकि उन्हें हर किसी के समर्थन की जरूरत है। यह पूछे जाने पर कि क्या सुधाकरन की टिप्पणी उन लोगों को हतोत्साहित करने के लिए है जो उनका समर्थन कर रहे हैं, तो थरूर ने कहा, ‘‘हो सकता है। लेकिन मैं ऐसा नहीं कर रहा हूं। मैं यह नहीं बता सकता कि लोगों के दिमाग में क्या चल रहा है। मैं सिर्फ एक चीज कहूंगा कि चाहे कोई कुछ गुप्त रूप से कहे या सार्वजनिक रूप से कहे, मतदान गोपनीय है।’’