By नीरज कुमार दुबे | Aug 18, 2023
महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चन्द्रशेखर बावनकुले ने विश्वास जताया है कि राकांपा संस्थापक शरद पवार एक दिन भारत को मजबूत और आत्मनिर्भर बनाने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण का समर्थन करेंगे। नागपुर हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बातचीत में बावनकुले ने यह भी कहा कि एक दिन अवश्य ही शरद पवार केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि वह आज भले ही हमारे साथ नहीं आना चाहते लेकिन उन्हें एक दिन अवश्य ही यह अहसास होगा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत मजबूत और आत्मनिर्भर बन रहा है। उन्होंने कहा कि जब भी ऐसा होगा पवार हमारे साथ होंगे। बावनकुले ने कहा कि यह ठीक वैसे ही होगा जैसे महाराष्ट्र में हुआ। उन्होंने कहा कि अजित पवार महाराष्ट्र सरकार में शामिल होकर राज्य के हित में काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार पूरे राज्य का दौरा कर जनता के हित में कदम उठा रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से परिवारवाद के मुद्दे को बार-बार उठाये जाने पर उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी का रुख यही है कि सांसदों और विधायकों के परिजनों को ही अन्य चुनावों में उम्मीदवार बनाये जाने की बजाय पार्टी के प्रतिबद्ध कार्यकर्ताओं को सेवा का अवसर दिया जाना चाहिए। इसके अलावा शरद पवार और अजित पवार के बीच बार-बार हो रही बैठकों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि शरद पवार ने खुद स्पष्ट किया है कि यह एक पारिवारिक बैठक थी। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि शरद पवार एक दिन भारत को मजबूत और ‘आत्मनिर्भर’ बनाने के मोदी जी के दृष्टिकोण और सपने का समर्थन करेंगे।''
शरद पवार का बयान
हम आपको बता दें कि बावनकुले का यह बयान ऐसे समय आया है जब शरद पवार ने भाजपा पर विपक्ष शासित राज्यों की निर्वाचित सरकारों को अस्थिर करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि मौजूदा शासकों की नीति जाति, धर्म और भाषा के आधार पर समाज की खाई को चौड़ा करना है। पवार ने महाराष्ट्र के बीड कस्बे में एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करते हुए यह बात कही। इस दौरान उन्होंने मणिपुर में जातीय हिंसा को लेकर भी केंद्र पर हमला बोला। पवार ने गुरुवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को मणिपुर जा कर वहां के लोगों की पीड़ा को जानना चाहिए था। पवार ने भाजपा पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि वह एक ओर स्थिर सरकार देने की बात करती है, लेकिन राज्यों में विधिवत निर्वाचित सरकारों को गिरा देती है। राज्यसभा सदस्य पवार ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस पर अपने भाषण में ‘‘पुन: वापस आने’’ की बात कर प्रधानमंत्री मोदी अपनी पार्टी के सहयोगी और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस के नक्शेकदम पर चल रहे हैं। राकांपा प्रमुख ने चुटकी लेते हुए कहा, “फडणवीस (2019 विधानसभा चुनाव के बाद) मुख्यमंत्री के रूप में नहीं लौटे, बल्कि निचले पद पर आए। कोई सोच सकता है कि वह (मोदी) किस पद पर लौटेंगे।’’ हम आपको यह भी बता दें कि पवार कई बार कह चुके हैं कि कुछ शुभचिंतक उन्हें भाजपा के साथ लाना चाहते हैं लेकिन वह ऐसा नहीं करेंगे। हालांकि पवार जिस तरह बार-बार अपने भतीजे के साथ गुप्त बैठकें कर रहे हैं उसको लेकर इंडिया गठबंधन के बीच मतभेद गहरा गये हैं।
देवेंद्र फडणवीस का पलटवार
दूसरी ओर, पवार के इस बयान पर भाजपा नेता फडणवीस ने पलटवार करते हुए दावा किया कि प्रधानमंत्री अगले साल स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से राष्ट्र को संबोधित करेंगे क्योंकि पूरा देश मोदी के साथ खड़ा है और वह देश के नागरिकों के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं। शिरडी में ‘सरकार आपके द्वार’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए, फडणवीस ने कहा, ‘‘हम तीन एक साथ आए हैं। आप शिंदे जी की कार्यशैली के बारे में जानते हैं और आप मेरे और अजित दादा के बारे में भी जानते हैं। हम तीनों का ऐसा मेल है, जिसे कोई चुनौती नहीं दे सकता।’’ शरद पवार का नाम लिए बिना फडणवीस ने पलटवार करते हुए कहा, ‘‘पिछली बार, मैंने कहा था ‘मैं वापस आऊंगा’ और मैं देख सकता हूं कि उस बयान का ‘भय’ अभी भी बरकरार है। कुछ लोग अभी भी भयभीत हैं। मैं उन्हें एक बात बताना चाहूंगा कि जब मैंने ये कहा कि ‘मैं वापस आऊंगा’, तो लोग वास्तव में मुझे वापस ले आए लेकिन कुछ लोगों ने हमें धोखा दिया।’’ एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना में विभाजन के स्पष्ट संदर्भ में फडणवीस ने कहा, ‘‘जिन्होंने हमें धोखा दिया, हम उनकी पार्टी को अपने साथ ले आए।’’