By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Sep 11, 2020
पवार ने कहा कि ऐसा करने से इस फैसले से नाराज समुदाय के लोगों को प्रदर्शन करने से रोकने में मदद मिल सकती है। महाराष्ट्र की शिवसेना नीत महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और कांग्रेस भी शामिल हैं। महाराष्ट्र सरकार इस सप्ताह की शुरुआत में मुंबई के बांद्रा इलाके में रनौत के कार्यालय के एक हिस्से को बृह्नमुंबई नगरपालिका (बीएमसी) द्वारा ढहाए जाने को लेकर आलोचना का सामना कर रही है।कंगना और शिवसेना के बीच पिछले कुछ दिनों से जुबानी जंग चल रही है। बीएमसी पर शिवसेना का शासन है।
रनौत ने हाल ही में मुंबई की तुलना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से करके विवाद खड़ा कर दिया था। साथ ही उन्होंने कहा था कि उन्हें मूवी माफिया से अधिक मुंबई पुलिस से डर लगता है। पवार ने यहां पत्रकारों से कहा, वह फैसला (रनौत के कार्यालय के कथित अवैध हिस्से को तोड़ना) बीएमसी ने लिया था और इसका राज्य सरकार से कोई लेना-देना नहीं है। इससे पहले पवार ने कहा था कि अभिनेत्री के बयानों को बेवजह तवज्जो दी जा रही है।