By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Mar 31, 2022
पवार ने कहा कि यह सच है कि कश्मीरी पंडितों को घाटी छोड़नी पड़ी थी लेकिन मुसलमानों को भी उसी तरह से निशाना बनाया गया था। उन्होंने कहा, “ पाकिस्तान स्थित आतंकी समूह कश्मीरी पंडितों और मुसलमानों पर हमले के लिए जिम्मेदार हैं।” पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार सच में कश्मीरी पंडितों की परवाह करती है तो उसे उनके पुनर्वास के लिए हर कोशिश करनी चाहिए और अल्पसंखकों को लेकर उनके मन में गुस्सा नहीं भड़काना चाहिए। राकांपा प्रमुख ने चर्चा में देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को घसीटने के लिए भी भाजपा को निशाने पर लिया और कहा कि कश्मीरी पंडितों को तब घाटी छोड़नी पड़ी थी जब विश्वनाथ प्रताप सिंह प्रधानमंत्री थे। उन्होंने कहा, “वी पी सिंह की सरकार का समर्थन भाजपा कर रही थी। मुफ्ती मोहम्मद सईद गृह मंत्री थे और जगमोहन जिन्होंने बाद में भाजपा उम्मीदवार के तौर पर दिल्ली से लोकसभा चुनाव लड़ा, वह जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल थे।”
पवार ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के तबके मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने जगमोहन के साथ मतभेदों को लेकर पद छोड़ दिया था और वह राज्यपाल थे जिन्होंने कश्मीरी पंडितों की कश्मीर घाटी से निकलने में मदद की। उन्होंने ‘द कश्मीर फाइल्स’ फिल्म पर टिप्पणी के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को निशाना बनाने के लिए भी भाजपा की आलोचना की। पवार ने कहा, “राजनीतिक आंदोलनों का स्वागत है, लेकिन अल्पसंख्यकों के बारे में बोलने पर केजरीवाल की आलोचना की गई। भाजपा देश को एक अलग मार्ग पर ले जा रही है। वह देश की एकता को नष्ट कर रही है।