By अंकित सिंह | May 24, 2022
ज्ञानवापी मामले को लेकर एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने एक के बाद एक कई ट्वीट कर अपनी बात लिखी है। दरअसल, देश में इस वक्त ज्ञानवापी का मुद्दा काफी बड़ा है। वाराणसी कोर्ट के आदेश के बाद ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में सर्वे और वीडियोग्राफी कराई गई थी। इस वीडियोग्राफी के बाद हिंदू और मुस्लिम पक्ष के अपने-अपने दावे हैं। इन सबके बीच से शरद पवार ने अपने ट्वीट के जरिए कई बड़े दावे किए हैं। शरद पवार ने लिखा कि वाराणसी का मंदिर जैसे पुराना है, वैसी ही ज्ञानवापी मस्जिद भी बहुत पुरानी है। पिछले तीनसौ-चारसौ सालों में किसी ने भी मस्जिद का विषय निकाला नहीं। उन्होंने कहा कि अयोध्या का इश्यू खतम होने के बाद अभी वाराणसी का इश्यू निकालकर माहौल खराब करनेपर ध्यान दिया जा रहा है।
पवार ने कहा कि वाराणसी मे मंदिर है। मंदिर को किसी का विरोध नहीं है। मगर मंदिर के पास एक मस्जिद भी है। आज मस्जिद के उपर नया इश्यू खडा कर देश में सांप्रदायिक माहौल तयार करने की साजिश हो रही है। उन्होंने कहा कि हम चाहते थे कि, अयोध्या का इश्यू खतम होने के बाद देश मे शांती हो जायेगी। मगर भाजपा की सोच और विचारधारा अलग है। इसी तरह के और विषय निकालकर देश का माहौल खराब करने की कोशिश की जा रही है। देश के वरिष्ठ नेता ने कहा कि अयोध्या का इश्यू खतम होने के बाद वाराणसी का विषय सामने लाया गया। इस काम मे भारतीय जनता पार्टी और उनके सभी संगठन शामील हुए है, ये बडी दुःख की बात है। इस देश में कई ऐसी जगह है, जहाँ देश के साथ पुरी दुनिया के लोगों को एक गर्व होता है। ताजमहल जैस वास्तू हमारे देश की पहचान है।
पूर्व कृषि मंत्री ने कहा कि आज राजस्थान का कोई सामने आकर कहता है कि, ताजमहल हमारा है। हमारे पुरखो ने उसको बनाया है। दुनिया जानती है कि, दिल्ली का कुतुबमिनार किसने बनाया है। वहाँ का कोर्ट इस बारे मे निर्देश देने वाला है। उन्होंने लिखा कि मगर कुछ लोग हे कुतुबमिनार हिंदूओ ने बनाने का दावा कर रहा है। मैं यह बाते इसलिए रख रहा हूँ कि, देश की आज की असली समस्या महंगाई, बेरोजगारी है। लेकिन उसे नजरअंदाज करके के सांप्रदायिक विचारोंको बढावा दिया जा रहा है। पवार ने दावा किया कि मोदी सरकार और भाजपा आज देश चला रहे है। इनका अजेंडा है कि, एक इश्यू खतम होने के बाद नया इश्यू सामने लाओ। कुछ भी कर के देश में हमेशा हिंदू - मुस्लिम और इसाई लोगों की बिच का भाईचारा खतम हो जाये और ये लोक अपना सांप्रदायिक अजेंडा चलाऐंगे।