जवानों को दिए जाने वाले घटिया किस्म के भोजन की सोशल मीडिया पर एक क्लिप के जरिए शिकायत करने वाले बीएसएफ के जवान को आज बर्खास्त कर दिया गया। अधिकारियों ने बताया कि तेज बहादुर यादव को सीमा सुरक्षा बल ने स्टाफ कोर्ट ऑफ इनक्वायरी की रिपोर्ट के आधार पर बर्खास्त किया। अधिकारियों ने बताया कि जांच में कांस्टेबल दर्जे के जवान द्वारा लगाए गए आरोप गलत पाए गए थे।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘जवान की बर्खास्तगी की कार्रवाई सीमा सुरक्षा बल अधिनियम के तहत की गई, यह अधिनियम अर्धसैनिक बल में काम करने वाले सभी जवानों पर लागू होता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यादव को अनुशासनहीनता के कुछ आरोपों में दोषी पाया गया। इसमें नियमों और कायदों का उल्लंघन करके वीडियो अपलोड करना भी शामिल है। उनके पास तीन माह के भीतर फैसले के खिलाफ अपील करने का विकल्प है।’’
यादव ने इस वर्ष जनवरी माह में वीडियो पोस्ट डालकर जवानों को घटिया किस्म का भोजन दिए जाने का आरोप लगाया था। वीडियो में उन्होंने कहा था कि सरकार तो सैनिकों के लिए आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध करवाती है लेकिन उच्चाधिकारी इन्हें ‘‘अवैध ढंग से’’ बाजार में ‘बेच देते हैं’ और इसका खामियाजा बल में निचले स्तर पर जवानों को भुगतना पड़ता है। यादव जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर तैनात बीएसएफ इकाई का हिस्सा था। उन्होंने वीडियो में आरोप लगाया था कि उन्हें पानी जैसी पतली दाल परोसी जाती है जिसमें सिर्फ हल्दी तथा नमक होता है और इसके साथ उन्हें जली हुई रोटी दी जाती है। यादव बल की 29वीं बटालियन में तैनात थे, जांच के दौरान उन्हें जम्मू में बीएसएफ बटालियन में स्थानांतरित कर दिया गया था।