By अभिनय आकाश | Feb 17, 2024
पाकिस्तान में नई सरकार के लिए वहां कि आवाम का इंतजार खत्म हो गया है। इमरान खान के जेल में रहने के बावजूद और पार्टी का निशान जब्त हो जाने के बाद भी उनीक पार्टी के उम्मीदवारों ने बतौर निर्दलीय बेहतर प्रदर्श किया। लेकिन फिर भी वो सेना के आगे क्लीन बोल्ड हो गए। इसके साथ ही बिलावल भुट्टो के अरमान भी धरे के धरे रह गए। लेकिन सबसे बड़ा झटका तो नवाज शरीफ को लगा। जो नवाज शरीफ कभी प्रधानमंत्री के सबसे बड़े दावेदार थे। उन्होंने लंदन से पाकिस्तान वापस आकर न केवल अपनी पार्टी में नई जान फूंकी बल्कि उनकी रैलियों में उमर रही भीड़ भी ये संदेश दे रही थी कि नवाज को ही फिर से देश की बागडोर मिलनी चाहिए। लेकिन ऐसा हो न सका।
ऐसा क्या हुआ कि शहबाज का नाम आया आगे
पीएमएलएन के नेता नवाज शरीफ के साथ उनके छोटे भाई शहबाज शरीफ लगातार परछाई बनकर चलते नजर आए। ठीक वैसे ही जैसे एक आदर्श भाई चलता है। लेकिन अब जैसे ही चौंकाने वाली तस्वीर सामने आ रही है। उसमें कहा जा रहा है कि प्रधानमंत्री की कुर्सी के लिए शहबाज का नाम यूं ही आगे नहीं आया। बल्कि पाकिस्तान की फौज ने छोटे भाई के साथ मिलकर बड़े भाई के खिलाफ बड़ा खेल कर दिया।
सेना के साथ मिलकर भाई ने किया भाई से धोखा?
चुनाव से लेकर तख्तापलट तक पाकिस्तान में इतिहास गवाह है कि वहां सेना का ही दखल रहा है। प्रधानमंत्री की कुर्सी पर कौन बैठेगा, देश का अगला राष्ट्रपति कौन होगा। यहां तक की सूबे में कौन सा मुख्यमंत्री होगा हर किसी का फैसला पाकिस्तानी सेना ही करती है। अब शहबाज शरीफ पाकिस्तान के वजीर-ए-आला बनने जा रहे हैं तो इसके पीछे भी मर्जी सेना प्रमुख असिम मुनीर की ही रही होगी। सभी सियासी चाल सेना ने ही चली है और नवाज, शहबाज, बिलावल सभी सियासी मोहरे हैं। इमरान खान की पार्टी के चेयरमैन परवेज इलाही ने दावा किया है कि सेना के साथ मिलकर शहबाज शरीफ ने अपने भाई के साथ बड़ा खेल कर दिया है।