By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Nov 21, 2021
चंडीगढ। हरियाणा में व्यापक स्तर पर स्वच्छता को प्राथमिकता दिए जाने के फलस्वरूप भारत सरकार के स्वच्छ सर्वेक्षण-2021 में 100 से कम शहरी स्थानीय निकायों की श्रेणी में राज्य को दूसरा स्थान प्राप्त हुआ है। हरियाणा 1745 के स्कोर के साथ दूसरे स्थान पर रहा जबकि झारखंड राज्य पहले स्थान पर है।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रदेश को स्वच्छ एवं हरा भरा रखने के लिए किए गए ठोस प्रयासों के लिए प्रदेशवासियों और विभाग के अधिकारियों को बधाई देते हुए आग्रह किया कि अगले सर्वेक्षण में प्रथम स्थान प्राप्त करने का लक्ष्य रखा जाए। केन्द्रीय आवास एवं शहरी मामले मंत्रालय मंत्री श्री हरदीप सिंह पुरी ने नई दिल्ली में आयोजित एक समारोह में राज्य की ओर से यह पुरस्कार प्राप्त करने आए अधिकारियों को सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल के कुशल मार्गदर्शन में राज्य सरकार ने इस दिशा में व्यापक कदम उठाए हैं। सोनीपत में कचरे के निस्तारण के लिए वेस्ट टू एनर्जी प्लांट स्थापित किया गया है जिससे प्रतिदिन 8 मैगावाट बिजली उत्पन्न हो रही है जिसके फलस्वरूप राज्य इस मुकाम को हासिल करने में सफल रहा है। इसके अतिरिक्त, प्रेरक डीएयूयूआर सम्मान (जो छ: चयनित संकेतकों के आधार पर शहरों का वर्गीकरण करेगा) नामक नई श्रेणी के तहत गुरुग्राम, रोहतक और करनाल को अनुपम (स्वर्ण) श्रेणी, पंचकूला, फरीदाबाद और नीलोखेड़ी को उज्ज्वल(रजत) श्रेणी के तहत और अम्बाला को आरोही(आकांक्षी) श्रेणी के तहत मान्यता दी गई है। इस प्रकार हरियाणा के सात शहरों ने स्वच्छ सर्वेक्षण-2021 में सम्मान हासिल किया है।
स्वच्छ एवं हरित हरियाणा सुनिश्चित करने के लिए राज्य द्वारा उठाए गए प्रमुख कदमों में सूखे कचरे को अलग करने के लिए राज्य के 60 शहरों में 93 एमआरएफ केन्द्र स्थापित करना शामिल है, जहां 1800 से अधिक कचरा बीनने वालों को रोजगार प्राप्त हुआ है। इसके अतिरिक्त, राज्य में 11,000 से अधिक घरों में होम कंपोस्टिंग शुरू की गई है ताकि स्वच्छ सर्वेक्षण में उनकी भागीदारी सुनिश्चित हो सके।