By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Oct 23, 2019
मुंबई। सूचना प्रौद्योगिकी, वित्तीय और वाहन कंपनियों के शेयरों में निवेशकों की लिवाली से बुधवार को सेंसेक्स 95 अंक चढ़ गया। हालांकि, इस दौरान वैश्विक बाजारों में मिलाजुला रुख रहा। बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में अंत में 94.99 अंक यानी 0.24 प्रतिशत की बढ़त के साथ 39,058.83 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह ऊंचे में 39,058.83 अंक और नीचे में 38,866.08 अंक के दायरे में रहा। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 15.75 अंक यानी 0.14 प्रतिशत की बढ़त के साथ 11,600 अंक को पार करता हुआ 11,604.10 अंक पर बंद हुआ।
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सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में तिमाही नतीजों से पहले एचसीएल टेक का शेयर सबसे अधिक 2.93 प्रतिशत चढ़ गया।मारुति सुजुकी, एसबीआई, एचडीएफसी, हीरो मोटोकॉर्प और इन्फोसिस के शेयर भी 2.55 प्रतिशत तक लाभ में रहे। वहीं दूसरी ओर भारती एयरटेल, वेदांता, ओएनजीसी, रिलायंस इंडस्ट्रीज, कोटक बैंक और येस बैंक के शेयर 3.59 प्रतिशत तक नीचे आ गये।
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इन्फोसिस के शीर्ष अधिकारियों के खिलाफ एक व्हिसलब्लोअर की शिकायत को देखते हुये कंपनी के शेयरों में मंगलवार को भारी गिरावट आई थी। बुधवार को कंपनी का शेयर 1.16 प्रतिशत सुधर गया। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि बैंकिंग और आईटी क्षेत्र की कंपनियों के शेयरों में चुनिंदा लिवाली से बाजार का रुख सकारात्मक रहा।
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नायर ने कहा कि कॉरपोरेट कर की दर में कटौती से कंपनियों के दूसरी तिमाही के परिणाम अच्छे रहे हैं। हालांकि, बाजार राजस्व में वृद्धि की समीक्षा करेगा, जिससे पुन: रेटिंग की किसी संभावना का आकलन किया जा सकेगा। बीएसई मिडकैप में मामूली गिरावट रही, जबकि बीएसई स्मॉलकैप 0.25 प्रतिशत लाभ में रहा। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ब्रेक्जिट विधेयक रखने की समयसारिणी मतदान में हार गए। इससे ब्रिटेन के इस माह के अंत तक यूरोपीय संघ से बाहर निकलने को लेकर शंका पैदा हो गई है।
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वैश्विक शेयर बाजारों पर इसका असर रहा। अन्य एशियाई बाजारों में चीन का शंघाई, हांगकांग के हैंगसेंग, जापान के तोक्यो और दक्षिण कोरिया के सियोल मिलेजुले रुख के साथ बंद हुए। शुरुआती कारोबार में यूरोपीय बाजारों में भी गिरावट का रुख रहा। इस बीच, अंतर बैंक विदेशी विनिमय बाजार में बुधवार को कारोबार के दौरान रुपया मामूली बढ़त के साथ 70.92 प्रति डॉलर पर चल रहा था। वहीं ब्रेंट कच्चा तेल वायदा 0.85 प्रतिशत टूटकर 59.19 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।