By अनुराग गुप्ता | Jun 15, 2020
कांग्रेस नेता की मौत की खबर सामने आने के बाद प्रदेश की सियासत में हड़कंप मच गया। सूत्रों ने बताया कि वरिष्ठ नेता फिरोज अहमद के संपर्क में आने वाले लोगों को तलाश किया जा रहा है। मिली जानकारी के मुताबिक कांग्रेस नेता को पहले सर्दी, खांसी और बुखार ने जकड़ लिया था जिसके बाद उनका कोरोना टेस्ट कराया गया। कटनी जिले से संबंध रखने वाले नेता का सेम्पल जबलपुर भेजा गया, जहां उनमें कोरोना होने की पुष्टि की गई।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कांग्रेस नेता के परिवार के 4 अन्य सदस्यों की कोरोना रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई। कोरोना पॉजिटिव होने की वजह से कांग्रेस नेता से मिलने वाले हर सदस्य को स्वास्थ्य विभाग खंगाल रही है।
कोरोना मामलों में हुआ उल्लेखनीय सुधार
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्विटर पर जानकारी साझा करते हुए लिखा कि अब प्रदेश में 34.1 दिन में मामले दोगुने हो रहे हैं तथा स्वस्थ होने की दर 71.1 प्रतिशत हो गई है। यह बहुत अच्छे संकेत हैं। शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि स्वस्थ होने की दर के मामले में मध्यप्रदेश भारत में दूसरे स्थान पर है। प्रदेश में मरीजों के संक्रमण से उबरने की दर 71.1 प्रतिशत हो गई है, जबकि भारत की 50.6 प्रतिशत है।
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सर्वाधिक संक्रमित सूची से भोपाल हटा
प्रदेश में कोरोना के सबसे ज्यादा मामले भोपाल और इंदौर से सामने आ रहे थे लेकिन मुख्यमंत्री चौहान और गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा की जोड़ी ने इसपर लगाम लगा दी है। स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान ने बताया कि भारत के सर्वाधिक संक्रमित 15 शहरों में प्रदेश का इंदौर शहर सातवें स्थान पर है। इस सूची में पहले भोपाल का नाम भी शामिल था लेकिन हालात बेहतर होने के बाद भोपाल का नाम सूची से हटा दिया गया।
वहीं, प्रदेश के सभी 52 जिलों में कोरोना ने दस्तक दे दी है। रविवार की शाम तक प्रदेश में कोविड-19 से संक्रमितों की संख्या 10,802 तक पहुंच गई। जबकि महामारी से मरने वालों की संख्या 459 हो गई है।