By विजयेन्दर शर्मा | Oct 08, 2021
धर्मशाला। भाजपा सरकार उपचुनावों में बैकफुट पर है। बेरोजगारी-महंगाई के विषय पर जनता के बीच जबाब नहीं दे पा रही है और तर्कहीन बयानबाज़ी करके बर्गलाने की कोशिश कर रही है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता दीपक शर्मा ने आज कहा कि महंगाई और बेरोजगारी के सवाल पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर कह रहे हैं कि यह कांग्रेस कार्यकाल में भी थी लेकिन भाजपा ने अपने कार्यकाल में किस तरह इसे चरम सीमा तक पहुंचाया यह बताने में सरकार नाकाम है।जिस स्थिति में बर्तमान में महंगाई पहुंच चुकी है ऐसा पिछले70 सालों में नहीं हुआ।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री का महंगाई को नकारना सरकार की असंवेदनशीलता को दर्शाता है।आमजन के जीना दूभर हो गया है।इसे रोकने और नियंत्रण करने बारे सरकार ने न ही कोई कदम उठाए और न ही कोई योजना जगजाहिर की। दीपक शर्मा ने कहा कि उपचुनावों में जिस तरह से भाजपा से जनता उदासीन है और कांग्रेस ने प्रारम्भिक बढ़त बनाई है उसको देखते हुए मुख्यमंत्री बौखलाहट में अब धमकियां देने लगे हैं।उनका कहना है कि कांग्रेस नेता ज़्यादा न बोलें वरना उनके पास सबके काले चिट्ठे हैं जिन्हें वह खोल देंगे।
दीपक शर्मा ने मुख्यमंत्री को चुनौती देते हुए कहा कि इस तरह की गीदड़ भभकियों से कांग्रेस डरने वाली नहीं है।मुख्यमंत्री में हिम्मत है तो किसी भी तरह के काले चिट्ठे बाहर लाएं।यूं जनता को गुमराह न करें।दीपक शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री को उपचुनावों में हार सामने नज़र आ रही है जिसके चलते अब बौखलाहट होने लगी है।उन्होंने कहा कि भाजपा जनता के सवालों से बच रही है।महंगाई,बेरोजगारी, किसानों-बागवानों पर किए जा रहे अत्याचार, छोटे व्यापारी की बदहाली,मध्यमवर्ग की बेबसी आदि अहम विषयों पर भाजपा लाजबाब हो चुकी है।जनता में यह मुद्दे अहम हैं।वोटर इस विषयों पर सरकार से नाराज़ है और सरकार का दृष्टिकोण जानना चाहता है लेकिन सरकार इन मुद्दों से भाग रही है।कांग्रेस प्रवक्ता ने भाजपा को चुनौती दी कि इन सभी ज्वलन्त मुद्दों पर मुख्यमंत्री सार्वजनिक बहस करें ताकि जनता सरकार की नाकामियों को भली भांति जान सके।
दीपक शर्मा ने कहा कि उपचुनावों में भाजपा पहले दौर में ही पिछड़ चुकी है।बगावत चरम पर है।जहां कांग्रेस कार्यकर्ताओं का मनोबल ऊंचा है वहीं भाजपा सरकार समेत सभी नेता जनता का सामना करने से कतरा रहे हैं कांग्रेस नेता ने कहा कि कांग्रेस चारों उपचुनाव जीत कर 2022 के विधानसभा चुनावों की जीत का रास्ता साफ करेगी।