By एकता | Jun 26, 2024
हम सभी को अपनी-अपनी ऑफिस की कुर्सियों पर घंटों बैठकर काम करने की आदत हो गयी है। हमारी ये आदत हमारे स्वास्थ्य के लिए अच्छी नहीं है। वैसे तो ये बात हम सभी जानते हैं, लेकिन फिर बता देते हैं कि घंटों बैठकर काम करने की वजह से टाइप 2 मधुमेह, हृदय रोग और स्ट्रोक जैसी समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है।
हाल ही में हुई एक स्टडी में पता चला है कि दिन में छह घंटे से अधिक बैठने से मृत्यु दर का जोखिम काफी बढ़ जाता है। एक अन्य में अध्ययन में पाया गया कि जो व्यक्ति दिन में आठ घंटे से अधिक बैठ रहा था, उसमें सभी कारणों से मरने का खतरा 46 प्रतिशत अधिक बढ़ जाता है और हृदय रोग की बात करें तो इससे मरने का खतरा 79 प्रतिशत अधिक बढ़ जाता है, जबकि रोजाना चार घंटे से कम बैठने वाले व्यक्तियों में ये मृत्यु दर कम था।
घंटों बैठकर काम करने से और इससे होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं से छुटकारा पाना आसान नहीं है, लेकिन इतना मुश्किल भी नहीं है जितना हम सोचते हैं। अगर आप ऑफिस की कुर्सी से हर चार घंटे में उठ नहीं सकते हैं तो इस दौरान कोशिश करें एक कप कॉफी पी लें। जी हाँ, सही पढ़ा आपने, कॉफी पीने के कई स्वास्थ्य लाभ हैं, जिनमें एक गतिहीन जीवन शैली से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याओं के जोखिमों को कम करना भी शामिल है।
बीएमसी पब्लिक हेल्थ जर्नल में प्रकाशित हुए एक अध्ययन में गतिहीन जीवन शैली पर कॉफी पीने से होने वाले लाभों पर प्रकाश डाला है। इस अध्ययन में पता चला है कि गतिहीन जीवन शैली वाले जो लोग कॉफी पीते हैं उनकी मृत्यु दर छह घंटे से अधिक समय तक बैठे रहने वाले और कॉफी नहीं पीने वाले लोगों की तुलना में 24 प्रतिशत कम थी। शोधकर्ताओं ने बताया कि जो लोग रोज छह घंटे या उससे अधिक समय तक बैठे रहते हैं, उनमें कॉफी न पीने वालों की तुलना में सभी कारणों से मरने की संभावना 58 प्रतिशत अधिक होती है।
सूचो विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के शोधकर्ता हुइमिन झोउ द्वारा किए गए अध्ययन के परिणाम चौकाने वाले थे। झोउ ने गणना की कि जो लोग सबसे अधिक कॉफी पीते हैं (प्रतिदिन दो कप से अधिक) उनमें सभी कारणों से मृत्यु दर में 33 प्रतिशत की कमी देखी गई। कॉफी नहीं पीने वाले लोगों की तुलना में कॉफी पीने वाले लोगों में हृदय रोग से मृत्यु दर में 54 प्रतिशत की कमी देखी गई।