By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jun 04, 2022
मांड्या (कर्नाटक)। जामिया मस्जिद में पूजा करने के विश्व हिंदू हिंदू परिषद (विहिप) के आह्वान के मद्देनजर कर्नाटक के श्रीरंगपटना में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। कुछ दक्षिणपंथी संगठनों का दावा है कि 18वीं सदी के शासक टीपू सुल्तान की पूर्ववर्ती राजधानी श्रीरंगपटना में स्थित इस मस्जिद को एक हनुमान मंदिर को नष्ट करके बनाया गया है। शहर में आपराधिक दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू की गई है, ताकि इस दौरान कोई भी प्रदर्शन या रैली न हो सके। जिला पुलिस बल के अलावा कर्नाटक राज्य रिजर्व पुलिस को भी तैनात किया गया है। सड़कों पर अवरोधक लगाए गए हैं।
इस बीच, मोटरसाइकिल पर सवार और भगवा गमछा पहने तथा भगवा झंडे थामे बजरंग दल व विहिप कार्यकर्ताओं ने ‘जय श्रीराम’ के नारे लगाए। विरोध के डर से मस्जिद के आसपास के कई दुकानदारों ने दिनभर के लिए दुकानें बंद कर दीं। कुछ हिंदू संगठनों ने मस्जिद तक विरोध मार्च निकालने का आह्वान किया है। बहरहाल, प्राधिकारियों ने इसकी अनुमति नहीं दी है। राज्य के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने विहिप की ‘श्रीरंगपटना चलो’ मुहिम के मद्देनजर शांति एवं व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए पुलिस को हर संभव कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। इस बीच, श्रीराम सेना प्रमुख प्रमोद मुतालिक ने प्रतिबंधों की निंदा की।
उन्होंने कहा, ‘‘मस्जिद के अंदर एक गणपति मंदिर, एक कुंड और एक कुआं है। इन सबके बावजूद मस्जिद का वहां मदरसे चलाना और नमाज पढ़ना गलत है। ‘उन्हें’ रोका जाना चाहिए। मैं भाजपा सरकार की निंदा करता हूं, जो हमारे विरोध को रोकने की कोशिश कर रही है।’’ कुछ दक्षिणपंथी संगठनों ने दावा किया है कि जामिया मस्जिद ‘अंजनेया मंदिर’ था, जिसे टीपू सुल्तान ने नष्ट कर दिया था और वहां मस्जिद का निर्माण कराया था।