By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Mar 11, 2020
रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने पर तंज किया कि कांग्रेस से लोग गुर्राते हुए जाते हैं और दुम दबा कर वापस आते हैं। राजधानी रायपुर के स्वामी विवेकानंद विमानतल में संवाददाताओं ने बघेल से मध्यप्रदेश के ताजा राजनीतिक हालात पर सवाल किया तो उन्होंने कहा ‘‘कुछ तो मजबूरियां रही होंगी वरना कोई यूं ही बेवफा नहीं होता है।’’ बघेल ने कहा, ‘‘हमने देखा है कि कांग्रेस से लोग गुर्राते हुए जाते हैं और दुम दबाकर आते हैं। बड़े जोर शोर से जाने और दुम दबाकर वापस आने के अनेक उदाहरण हैं।’’ मध्यप्रदेश में कांग्रेस विधायक दल की बैठक में कम विधायकों की उपस्थिति के बाद भी मुख्यमंत्री कमलनाथ के सरकार बचा लेने के विश्वास के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा,‘‘ भाजपा विधायक दल की बैठक में कितने लोग थे। कांग्रेस आंकड़े दिखा रही है लेकिन भाजपा का आंकड़ा क्या है। अभी फ्लोर टेस्ट होने दीजिए कमलनाथ की सरकार बच जाएगी।’’
मुख्यमंत्री ने इस दौरान बताया कि राज्य में राज्यसभा के लिए प्रत्याशी चयन के लिए वह दिल्ली जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि राज्यसभा का प्रत्याशी तय करना औरनामांकन जमा करने की अंतिम तारीख 13 मार्च है। छत्तीसगढ़ से दो नए राज्यसभा सदस्य चुने जाने हैं और दोनों कांग्रेस से चुने जाएंगे। इसलिए वह हाईकमान से चर्चा करने दिल्ली जा रहे हैं। छत्तीसगढ़ में राज्यसभा के पांच सदस्यों में से कांग्रेस के मोतीलाल वोरा और भारतीय जनता पार्टी के रणविजय प्रताप सिंह जूदेव का कार्यकाल इस वर्ष अप्रैल में समाप्त हो रहा है। राज्य में भाजपा से सरोज पांडेय, रामविचार नेताम और कांग्रेस से छाया वर्मा भी राज्यसभा सदस्य हैं। छाया वर्मा और रामविचार नेताम का कार्यकाल जून 2022 तक है तथा सरोज पांडेय का कार्यकाल अप्रैल 2024 तक है।
इसे भी पढ़ें: सिंधिया के इस्तीफे के बाद गहलोत ने साधा BJP पर निशाना, कहा- मुल्क सबक सिखाएगा
छत्तीसगढ़ के 90 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के 69, भारतीय जनता पार्टी के 14, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के पांच और बहुजन समाज पार्टी के दो सदस्य हैं। राज्य में कांग्रेस विधायकों की संख्या को देखते हुए दोनों राज्यसभा सदस्य कांग्रेस से चुना जाना तय है। राज्य के मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने पहले भी तय कर दिया है कि वह इस राज्यसभा चुनाव में अपना प्रत्याशी नहीं उतारेगी। माना जा रहा है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा को पार्टी एक बार फिर राज्यसभा भेजेगी वहीं एक अन्य सीट के लिए प्रत्याशी तय करना है। राज्य में राज्यसभा चुनाव के लिए जरूरी हुआ तो इस महीने की 26 तारीख को मतदान होगा।