By दिनेश शुक्ला | Sep 10, 2019
मध्यप्रदेश कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष को लेकर चली आ रही खींचतान के बीच मंगलवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से राष्ट्रीय महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया की मुलाकात खटाई में नज़र आ रही है। ज्योतिरादित्य सिंधिया की सोनिया गांधी से यह मुलाकात अहम मानी जा रही थी। लेकिन महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की स्क्रिनिंग कमेटी अध्यक्ष का कार्यभार सम्हाल रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया मंगलवार को मुलाकात इसलिए नहीं कर पाई चूंकि मुम्बई में स्क्रिनिंग कमेटी की बैठक होनी थी। भोपाल से लेकर दिल्ली तक इस मुलाकात को लेकर सियासत गर्म थी। ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थकों ने तो इस मुलाकात के बाद उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की घोषणा को लेकर बयान देना तक शुरू कर दिया था।
इसे भी पढ़ें: विजयवर्गीय ने कमलनाथ पर साधा निशाना, कहा- 1984 के सिख दंगों में कमलनाथ भी दोषी
दरआसल वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष और मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है और उन्हें आलाकमान ने नया अध्यक्ष बनाए जाने तक कार्यभार सम्हालने का अग्रह किया है। दो दिन पहले मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दिल्ली में सोनिया गांधी से मुलाकात की थी। यह माना जा रहा था कि इस मुलाकात के बाद यह तय हो गया है कि मध्यप्रदेश कांग्रेस का अगला अध्यक्ष कौन होगा। वही ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक लगातार सिंधिया को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की मांग करते रहे है जिसको लेकर समर्थको ने भोपाल से लेकर ग्वालियर और शिवपुरी में होर्डिंग और बैनर पोस्टर लगाए है। ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक यह मानकर चल रहे है कि मध्यप्रदेश का अगला अध्यक्ष ज्योतिरादित्य सिंधिया को ही बनाया जाएगा।
इसे भी पढ़ें: भाजपा के घंटानाद आंदोलन का जवाब ‘ढोल बजाओ’ अभियान से देगी कांग्रेस
सिंधिया की दिल्ली में होने वाली राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात न हो पाने के चलते अभी प्रदेश अध्यक्ष को लेकर मामला टलता नज़र आ रहा है। वही 12 सितंबर को दिल्ली में सोनिया गांधी ने प्रदेश अध्यक्षों की बैठक बुलाई है। अब माना जा रहा है कि इस बैठक के बाद ही प्रदेश के नए अध्यक्ष को लेकर अंतिम फैसला हो पाए। लेकिन सबसे बड़ी बात यह होगी कि मध्यप्रदेश में खेमों में बटी काँग्रेस में ज्योतिरादित्य सिंधिया को लेकर एक राय बन पाएगी या नहीं या फिर दवाब के चलते ज्योतिरादित्य सिंधिया को पीसीसी चीफ बनाया जाएगा। हालंकि जानकारों की माने तो मुख्यमंत्री कमलनाथ ज्योतिरादित्य सिंधिया के नाम को लेकर अपनी सहमती जता चुके है।