By अंकित सिंह | Apr 08, 2025
टीएमसी के वरिष्ठ नेता सौगत रॉय ने मंगलवार को पार्टी के दो वरिष्ठ सांसदों के बीच सार्वजनिक विवाद पर निराशा व्यक्त की और कहा कि उन्हें पार्टी के भीतर इस तरह के आंतरिक संघर्ष के बारे में बहुत बुरा लगा। यह तब हुआ जब भाजपा ने एक कथित वीडियो साझा किया जिसमें चुनाव आयोग मुख्यालय में दो टीएमसी सांसदों- जिसमें एक महिला नेता भी शामिल है- के बीच सार्वजनिक विवाद दिखाया गया, जहां वे पार्टी का प्रतिनिधित्व प्रस्तुत करने गए थे।
टीएमसी सांसद सौगत रॉय ने कहा कि पार्टी के वॉट्सऐप चैट लीक होना दुर्भाग्यपूर्ण है। कल्याण बनर्जी ने जिस भाषा का इस्तेमाल किया है, वह दुर्भाग्यपूर्ण है। मुझे उम्मीद है कि पार्टी नेतृत्व इस मामले का संज्ञान लेगी। हमारी पार्टी के कई सदस्य ममता बनर्जी से शिकायत करना चाहते थे, लेकिन उन्होंने किया या नहीं, मुझे नहीं पता। कल्याण बनर्जी ने एक महिला सांसद के साथ दुर्व्यवहार किया, उन्होंने विरोध किया और विद्रोह किया और फिर सभी सांसद कल्याण बनर्जी के खिलाफ हो गए।
सौगत रॉय ने कहा कि जब कल्याण बनर्जी और महुआ मोइत्रा के बीच ये झगड़ा हुआ, तब मैं वहां नहीं था। मैं विजय चौक पर था। ये झगड़ा चुनाव आयोग के सामने हुआ। विजय चौक पर प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद मैं संसद के अंदर गया और जब कुछ मिनट बाद बाहर आया तो मैंने देखा कि महुआ रो रही थी और कल्याण के व्यवहार के बारे में कई सांसदों से शिकायत कर रही थी। उस समय हमारी पार्टी के कई सांसद इकट्ठे हुए थे और चर्चा कर रहे थे कि कल्याण का व्यवहार अब और बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और सभी लोग हमारी सुप्रीमो ममता बनर्जी से बात करेंगे।
भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने सोमवार को पार्टी के आधिकारिक व्हाट्सएप ग्रुप पर टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी और कीर्ति आज़ाद के बीच कथित लड़ाई की चैट साझा की और इसे चुनाव आयोग मुख्यालय में दो टीएमसी सांसदों के बीच पहले हुई सार्वजनिक झड़प का नतीजा बताया। मालवीय के एक्स पोस्ट के अनुसार, बनर्जी और आज़ाद के बीच ‘एआईटीसी एमपी 2024’ नाम के ग्रुप पर मौखिक झड़प हुई। भाजपा नेता ने कहा कि व्हाट्सएप पर तीखी नोकझोंक तब हुई जब विरोधी गुटों ने पक्ष लिया और तीखी टिप्पणियों का आदान-प्रदान किया।