By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jun 18, 2021
नयी दिल्ली। भारतीय-अमेरिकी मूल के सत्य नडेला हर रोज नए कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं और सफलता के शिखर पर चढ़ते जा रहे हैं। अब उन्हें माइक्रोसॉफ्ट का सीईओ बना दिया गया है। ऐसे में उनके बारे में जानने के लिए लोगों की दिलचस्पी और बढ़ गई है। हम आपको आज हमारी इस रिपोर्ट में बताएंगे कौन हैं सत्य नडेला और कैसे उन्होंने इस मुकाम को हासिल किया।
सत्य नडेला का जन्म 1967 में 19 अगस्त को हैदराबाद में हुआ। उनकी प्रारंभिक शिक्षा बेगमपेट के हैदराबाद पब्लिक स्कूल से हुई। उन्होंने आईटी इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद विस्कॉन्सिन यूनिवर्सिटी से मास्टर्स ऑफ साइंस और इसके बाद शिकागो यूनिवर्सिटी से एमबीए की।
1992 में शुरु हुआ नडेला का सफर
25 साल की उम्र में उन्होंने माइक्रोसॉफ्ट सर्वर ग्रुप के रुप में काम करना शुरु किया। साल 1992 में माइक्रोसॉफ्ट से शुरु हुआ नडेला का सफर 22 सालों तक चला। इस दौरान उन्होंने विंडो सर्वर, डेवलपर्स टूल जैसे कई उत्पादों का नेतृत्व किया लेकिन नडेला को असली पहचान क्लाउड कंप्यूटिंग ने दिलाई।
रिपोर्ट्स की मानें तो क्लाउड कंप्यटिंग के विकास का सुझाव देने वाले कर्मचारियों में से सत्य नडेला भी एक थे। नडेला के इस सुझाव के माइक्रोसॉफ्ट ने इस पर काम करना शुरु किया और इसका नतीजा ये रहा है कि जल्द ही उन्हें सर्वर और टूल डिविजन का अध्यक्ष बना दिया गया।
सर्वर गुरु के नाम से भी जाने जाते हैं
यहीं से सत्य नडेला सफलता की सीढ़िया चढ़ते गए औऱ इसके बाद उन्हें ऑनलाइन सर्विसेज डिवीजन का वरिष्ठ उपाध्यक्ष, माइक्रोसॉफ्ट बिजनेस डिवीजन का उपाध्यक्ष, बिजनेस सोल्युसंस एंड सर्च एंड एडवरटाइजिंग प्लेटफॉर्म का कॉर्पोरेट उपाध्यक्ष और आखिर में क्लाउड और एंटरप्राइज विभाग का कार्यकारी उपाध्यक्ष बनाया गया।
माइक्रोसॉफ्ट का कहना है कि उसके सबसे सफल उत्पादों में से एक ऑफिस 365 है। माइक्रोसॉफ्ट की अपनी क्लाउड सर्विस अजूर को स्थापित करने में भी नडेला का ही योगदान है। इसी कारण से उन्हें सर्वर गुरु के नाम से भी जाना जाता है।
7 साल की कड़ी मेहनत के बाद मिला फल
सत्य नडेला ने अब बिल गेट्स की जगह भी ले चुके है। बता दें कि सत्य नडेला इससे पहले तीसरे मुख्य कार्यकारी अधिकारी भी रह चुके हैं और ये पद उन्होंने साल 2014 में संभाला था। जिसके बाद वो अब 7 साल की अपनी कड़ी मेहनत के बाद सीईओ का पद संभालने जा रहे हैं।
बता दें कि नडेला कोरोना से भारत में पैदा हालात से काफी दुखी हुए थे और उन्होंने हर संभव मदद की बात कही थी। सत्य नडेला ने कोरोना के समय में देश की भी की।