एक नए अध्ययन के अनुसार सार्स-सीओवी-2 वायरस को निष्प्रभावी करने वाले एक छोटे अणु की खोज की गई है जिससे कोविड-19 के इलाज के लिए दवाइयां तैयार करने में मदद मिल सकती है। सार्स-सीओवी-2 वायरस के कारण ही कोविड बीमारी होती है। अमेरिका के ह्यूस्टन विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं के अनुसार नया अणु वायरस से होने वाले संक्रमण के खिलाफ तत्काल सुरक्षा प्रदान कर सकता है और इस प्रकार यह उन सभी आयु वर्ग के लोगों के लिए उपयुक्त हो सकता है, खास कर उच्च जोखिम वाले उन लोगों के लिए जिनके शरीर में टीकाकरण के बाद भी पर्याप्त एंटीबॉडी नहीं उत्पन्न होते हैं।
अध्ययन में कहा गया है कि नया अणु फाइजर कंपनी की एंटीवायरल दवाई पैक्सलोविड से उलटा काम करता है। फाइजर कंपनी की दवाई लक्षण दिखाने के पहले तीन दिनों के दौरान ही उपयोगी रहती है। इस अध्ययन की रिपोर्ट बायोमेडिसिन नामक पत्रिका में प्रकाशित हुई है। अध्ययन के अनुसार, इस अणु की खोज उस समय की गई जब महामारी चरम पर थी और वैज्ञानिकों की टीम ने 15,09,984 यौगिकों की जांच की। ह्यूस्टन कॉलेज ऑफ फार्मेसी के प्रोफेसर ब्रैडली मैककोनेल ने कहा कि उनकी टीम इस छोटे चिकित्सीय अणु की खोज से रोमांचित है। सार्स-सीओवी वायरस और इसके डेल्टा और ओमीक्रोन जैसे उपस्वरूप सभी उम्र के मरीजों के लिए एक बड़ा खतरा बने हुए हैं।