सरयू का योगदान
हिंदू पौराणिक कथाओं के मुताबिक सरयू नदी किसी भी नदी की सहायक नदी नहीं है। पौराणिक ग्रंथ रामायण में सरयू नदी का उल्लेख मिलता है। उत्तर प्रदेश की अयोध्या नगरी से यह नदी होकर बहती है। अयोध्या को भगवान श्रीराम की नगरी भी कहा जाता है। वहीं अयोध्या की भूमि को उपजाऊ बनाने में भी सरयू नदी का काफी योगदान है। वास्तव में सरयू नदी से अयोध्या काफी समृद्ध है। इसके अलावा अयोध्या एक पर्यटन स्थल के रूप में भी सामने आया है। ऐसे में सरयू नदी के तट पर बसी श्री राम की नगरी अयोध्या में कई पर्यटक स्थल हैं।
सरयू का उल्लेख
ऋग्वेद में सरयू नदी का उल्लेख मिलता है। सरयू नदी अयोध्या शहर के पास बहती थी। श्रीराम को भगवान श्रीहरि विष्णु का सातवां अवतार माना जाता है। पौराणिक कथाओं में इस घटना का भी उल्लेख मिलता है कि राजा दशरथ द्वारा सरयू नदी के तट पर दुर्घटनावश श्रवण कुमार की हत्या कर दी गई थी। साथ ही यह भी कहा जाता है कि धरती के नीचे बहने वाली यह एकमात्र नदी है। अयोध्या में बहने वाली यह पवित्र नदी शहर की अशुद्धियों और पापों को धोती है। कई धार्मिक मौकों पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु सरयू नदी में डुबकी लगाते हैं। वैसे तो अयोध्या में सरयू नदी के तट पर घूमने के लिए काफी कुछ है। हजारों-लाखों की संख्या में पर्यटक पूरे साल अयोध्या घूमने के लिए आते हैं।
राम जन्मभूमि
अयोध्या प्रांत के सबसे शानदार और सबसे प्रसिद्ध पर्यटक आकर्षण सह तीर्थ स्थलों में प्रभु श्रीराम की जन्मस्थली है। अयोध्या में राम जन्मभूमि में भारत का सबसे बड़ा राम मंदिर बनाया जा रहा है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, अयोध्या हिंदूओं की पवित्र भूमि मानी जाती है।
हनुमान गढ़ी मंदिर
अयोध्या में राम मंदिर के बाद अगला सबसे अहम मंदिर हनुमान गढ़ी है। यह शहर के सबसे ऊंचे टीले पर स्थित है। यहां से आप अयोध्या के कुछ बेहतरीन दृश्यों का आनंद ले सकते हैं। इसके अलावा ऐसा भी माना जाता है कि भगवान श्रीराम के दौरान इस स्थान पर उनके परम भक्त हनुमान का घर भी हुआ करता है। भारत की सबसे प्रमुख नदियों में शामिल सरयू नदी अपने आप में कई विविधताओं को समेटे हुए है।