लता मंगेशकर को याद कर भावुक हुए संतोष आनंद, साझा किया दिलचस्प किस्सा

By अंकित सिंह | Feb 07, 2022

स्वर कोकिला लता मंगेशकर का निधन हो गया है। मुंबई के शिवाजी पार्क में राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार भी किया गया। इसके साथ ही देश में 2 दिनों का राष्ट्रीय शोक भी रखा गया है। सभी लोग लता मंगेशकर को अपने-अपने तरीके से याद कर रहे हैं। इसी कड़ी में सुप्रसिद्ध गीतकार संतोष आनंद ने भी लता मंगेशकर को याद किया। संतोष आनंद के लिखे गाने 'एक प्यार का नगमा है' उसको लता मंगेशकर ने अपनी आवाज दी थी। आज यह गाना अमर हो गया है। संतोष आनंद के कई गानों में लता मंगेशकर ने अपनी आवाज दी है और यही कारण है कि लता मंगेशकर को लेकर संतोष आनंद भावुक हैं। अपनी लड़खराती जुबान से उन्होंने लता मंगेशकर के प्रति शोक व्यक्त किया। इसके साथ ही उन्होंने लता मंगेशकर से जुड़ा एक हिस्सा भी साझा किया। उन्होंने बताया कि कैसे लता मंगेशकर ने उनकी मदद की थी। संतोष आनंद ने बताया कि एक बार लता मंगेशकर रिकॉर्डिंग के समय अचार खा रही थीं। हालांकि कोई भी गायक आचार्य खाने से बचता है। लेकिन लता मंगेशकर खाने-पीने में बिल्कुल भी कंप्रोमाइज नहीं करते थीं। जिन चीजों को पसंद करते थीं उन्हें वह जरूर खाते थीं। इसके साथ ही संतोष आनंद ने बताया कि 1 साल पहले ही लता मंगेशकर का उनके पास फोन आया था। लता मंगेशकर ने अपने पिता के नाम पर चलने वाला पुरस्कार भेजा था और साथ में 1 लाख रुपये भी। उन्होंने बताया कि लता मंगेशकर हमेशा अपनी दरियादिली के लिए जानी जाती थीं। 

 

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लता मंगेशकर ने संतोष आनंद के कई लिखे गानों को गाया है जो सुपरहिट हैं। 'एक प्यार का नगमा है', 'जिंदगी की ना टूटे लड़ी', 'मैं ना भूलूंगा', 'ये गलियां यह चौबारा' जैसे गाने लता मंगेशकर ने अपनी आवाज में अमर कर दिए हैं। संतोष आनंद भी लता मंगेशकर को ही ध्यान में रखकर गाना लिखा करते थे। संतोष आनंद ने बताया कि वह लता मंगेशकर के जाने से बेहद दुखी हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और बॉलीवुड अभिनेता अमिताभ बच्चन समेत राजनीतिक और फिल्म जगत की कई हस्तियों ने रविवार को मुंबई में स्वर कोकिला लता मंगेशकर को अंतिम विदायी दी। लता मंगेशकर का रविवार को मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया था। वह 92 वर्ष की थीं। 

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