शिमला । शहरी विकास, आवास, नगर नियोजन, विधि, सहकारिता एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज ने आज शिमला के कृष्णा नगर में संत गुरु रविदास की 645 वीं जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में शिरकत की। उन्होंने संत शिरोमणि गुरु रविदास की जयंती के उपलक्ष पर देश, प्रदेश तथा शिमला वासियों को शुभकामनाएं दी। शहरी विकास मंत्री ने बताया कि विश्व भर में महापुरुष समाज सुधार के लिए आते है उनके बताए गए मार्गो पर चलने से समस्त समाज का उत्थान होता है।
उन्होंने बताया कि सामाजिक एकता और समरसता के प्रतीक, संत शिरोमणि गुरु रविदास ने ऐसे समय में जन्म लिया था जब देश अनेकों कुरुतियों का सामना कर रहा था। उन्होंने अपने उपदेशों से दलित एवं शोषित वर्गों के उत्थान के लिए जीवन भर कार्य किया। उनके अनुयायी आज भी सारी दुनिया को बराबरी का संदेश प्रदान करते है।
उन्होंने कहा कि हमे अपनी आने वाली पीढ़ियों को इन महापुरुषों के कदमों पर चलने का संदेश देना चाहिए ताकि देश में जाति प्रथा एवं अन्य कुरीतियों से निजात मिल सके।
उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार गरीबों के उत्थान के लिए प्रयासरत है। प्रदेश सरकार की अनेकों महत्वाकांक्षी योजनाओं के माध्यम से प्रदेश की जनता लाभान्वित हो रही है। उन्होंने कृष्णा नगर में रास्ते के निर्माण एवं रविदास जी के मंदिर उन्नयन के लिए विधायक निधि से 1-1 लाख रुपए देने की घोषणा की। स्थानीय पार्षद बिट्टू पाना ने शहरी विकास मंत्री का स्वागत किया तथा क्षेत्र की समस्याओं से अवगत करवाया।
इस अवसर पर नगर निगम महापौर सत्या कौंडल, पार्षद किमी सूद, जगजीत बग्गा, पूर्णमल, रविदास सभा प्रधान चरण दास, पूर्व महापौर संजय चौहान, पूर्व पार्षद रजनी सिंह, भाजपा के विभिन्न पदाधिकारी एवं अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।
कसुंपटी मंडल ने मनाई रवि दास जयंती
शिमला, भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष ने बताया की शिमला जिला के कसुंपटी मंडल में रवि दास जयंती को धूम धाम से मनाया गया। उन्होंने कहा की इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में अनुसूचित जाति मोर्चा के परिवारों ने भाग लिया।
भाजपा सरकार ने केंद्र व प्रदेश में ने हर कदम और योजना में गुरु रविदास की भावना को आत्मसात किया है। महान संत गुरु रविदास जी ने बिना भेद-भाव के परस्पर प्रेम और समता का व्यवहार करने का संदेश दिया।
जातिवाद और छुआछूत जैसी कुरीतियों को खत्म करने के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया था उन्होंने कहा कि हम सब गुरु रविदास जी द्वारा बताए गए मार्ग पर चलते हुए समता, समरसता और समन्वय पर आधारित समाज के निर्माण में योगदान करें।