पुणे। आईपीएल 10 में पहला शतक जड़कर सुखिर्यों में आये संजू सैमसन ने कहा कि वह बुरे दौर से गुजरकर बेहतरीन क्रिकेटर और व्यक्ति बन गये हैं। सैमसन ने मंगलवार रात राइजिंग पुणे सुपरजाइंट्स के खिलाफ 63 गेंद में 102 रन बनाये। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि बुरा समय आपको हमेशा जीवन के बारे में सीखाता है। अगर आप हमेशा सफल होते हैं तो आप सीख नहीं सकते। अगर आप गलतियां करते हो तो आप इनसे काफी कुछ सीखते हो और बेहतर इंसान बनते हो। मेरे बीते समय ने मुझे बेहतरीन क्रिकेटर और इंसान बनाया है।’’ उनका घरेलू सत्र काफी खराब रहा था जिसमें कुछ अनुशासनात्मक संबंधित मुद्दे भी रहे।
सैमसन रणजी ट्राफी मैच के बीच में टीम के ड्रेसिंग रूम को छोड़कर चले गये थे लेकिन केरल क्रिकेट संघ (केसीए) ने उन्हें एक शर्त के साथ चेतावनी देते हुए छोड़ दिया कि उनके पिता अपने बेटे की क्रिकेटिया गतिविधियों में हस्तक्षेप नहीं करेंगे। इस शतक की क्या अहमियत है तो उन्होंने कहा कि यह विशेष पारी थी लेकिन उन्हें और आगे जाना है। उन्होंने कहा, ‘‘यह मेरी जिंदगी के विशेष दिनों में एक से है लेकिन हर क्रिकेट का सपना भारत के लिये खेलना है। भारतीय टीम दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीम है और इसमें जगह बनाने के लिये आपकोक कुछ विशेष करना होगा। मैं खुश हूं कि मैंने एक बड़ी पारी खेली लेकिन अभी और बढ़िया करना है।''