चार दिवसीय टेस्ट के पक्ष में नहीं संदीप पाटिल, कहा- यह बकवास है

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jan 08, 2020

मुंबई। पूर्व भारतीय बल्लेबाज संदीप पाटिल बुधवार को उन पूर्व और मौजूदा क्रिकेटरों की जमात में शामिल हो गये जिन्होंने चार दिवसीय टेस्ट के विचार का विरोध किया है और उनका मानना है कि पांच दिवसीय मैच एक व्यक्ति के जज्बे का इम्तिहान लेता है। पाटिल यहां स्कूली स्तर के टूर्नामेंट हैरिस शील्ड फाइनल में पुरस्कार वितरित करने के लिये आये थे। 

इसे भी पढ़ें: आलोचनाओं के बावजूद मार्च में चार दिवसीय टेस्ट के प्रस्ताव पर चर्चा करेगा ICC

चार दिवसीय टेस्ट के प्रस्ताव पर उनकी पहली प्रतिक्रिया थी, ‘यह बकवास’ है। वर्ष 1983 विश्व कप विजेता भारतीय टीम का हिस्सा रहे पाटिल ने कहा, ‘‘मैं पुराने विचारों का हूं और सचिन तेंदुलकर ने जैसी इसकी व्याख्या की है कि पांच दिवसीय टेस्ट का पहला दिन मध्यम गति के गेंदबाजों का होता है और टेस्ट क्रिकेट आपके जज्बे की परीक्षा लेता है। आप उस जज्बे और उन परीक्षाओं को छीन रहे हो। ’’

इसे भी पढ़ें: 4 डे टेस्ट मैच को लेकर बोले इयान बॉथम- टेस्ट क्रिकेट को अकेला छोड़ दो

पाटिल 1980 से 1984 तक 29 टेस्ट मैचों का हिस्सा रहे। उन्होंने कहा, ‘‘इसे टेस्ट क्यों कहा जाता है क्योंकि इससे एक व्यक्ति की परीक्षा होती है। एक क्रिकेटर को पहले दिन इम्तिहान के लिये रखा जाता है और यह अंतिम दिन तक चलता है। जब विकेट टूटा होता है, टर्न लेता है तो आपको स्पिनरों का सामना करना पड़ता है।’’ चयन समिति के पूर्व प्रमुख रह चुके पाटिल ने दिन रात्रि टेस्ट के बारे में कहा, ‘‘उन्होंने (आईसीसी) इसे शुरू किया। इस पर टिप्पणी करना बहुत जल्दबाजी होगी, आस्ट्रेलिया इसे शुरू कर चुका है। हमने भी एक मैच खेला है जो सफल रहा। हमें इंतजार करना होगा। आईसीसी ने इसे आजमाया है इसलिये उम्मीद करते हैं कि यह सफल है।’’

 

प्रमुख खबरें

बालासाहेब का शिवसैनिक कभी किसी की पीठ में छुरा नहीं घोंपता: उद्धव

छात्र आंदोलन भड़काने के आरोप में चार टेलीग्राम चैनल के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज

उत्तर पश्चिम दिल्ली में जूते के कारखाने में लगी आग,कोई हताहत नहीं

Maharashtra Elections 2024 । महाविकास अघाड़ी के वादों पर छिड़ी बहस, क्या कांग्रेस के वादे सिर्फ धोखा है?