By अभिनय आकाश | Feb 11, 2022
मराठा शासक छत्रपति शिवाजी के वंशज और समाजसेवी संभाजी राजे छत्रपति को आज जन्मदिन है। युवराज संभाजीराजे छत्रपति राज्यसभा के सांसद हैं। वह मराठा राजा छत्रपति शिवाजी महाराज के 13 वें प्रत्यक्ष वंशज और कोल्हापुर महाराज के छत्रपति शाहू के परपोते के रूप में कोल्हापुर शाही परिवार के उत्तराधिकारी हैं। 11 जून 2016 को, उन्हें राज्यसभा के लिए नामित किया गया था। लो प्रोफाइल और मृदुभाषी स्वभाव के राजे भारतीय जनता पार्टी के सदस्य हैं।
महाराष्ट्र में बेहद पॉपुलर
संभाजीराजे ने कोल्हापुर से एमबीए किया है और राजनीति में आने से पहले वे लम्बे समय से सोशल वर्क से जुड़े हुए हैं। महाराष्ट्र में वे बेहद पॉपुलर है, उनके चाहने वाले उन्हें महाराज कहकर बुलाते हैं। उन्हें मराठा रिजर्वेशन कैंपेन का महाराष्ट्र में चेहरा माना जाता है। उनकी फैन फॉलोइंग का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उनसे मिलने के लिए तपती गर्मी में लोग घंटों खड़े रहते हैं।
सातारा और कोल्हापुर राजघराने का विवाद
उदयराजे भोसले (सतारा) और संभाजीराजे भोसले (कोल्हापुर) छात्रपति शिवाजी महाराज के 13वें वंशज और उनकी राजगद्दी के वारिस हैं। सतारा और कोल्हापुर राजघराने के बीच विवाद की नींव 1707 ईं में औरंगजेब की मृत्यु के बाद पड़ी। इतिहासकारों के मुताबिक शिवाजी महाराज के पुत्र संभाजी महाराज की मृत्यु के पश्चात उनके पुत्र साहूजी महाराज को मुगलों ने कैद कर लिया था। औरंगजेब की मौत के बाद जब साहूजी महाराज की महाराष्ट्र में वापसी हुई तो छत्रपति राजाराम की मृत्यु हो चुकी थी। उनकी मां ताराराणी ने साहूजी को राज-पाट सौंपने से इनकार कर दिया। जबकि मराठों ने साहूजी का स्वागत किया। 1707 में संभाजी ने खेड़ा के युद्ध में ताराराणी को पराजित कर दिया और 1708 में छत्रपति बन गए। 1714 में छत्रपति राजाराम की दूसरी पत्नी रजसबाई ने अपने पुत्र को संभाजी द्वीतीय के नाम से छत्रपति घोषित कर दिया। हालांकि, 1731 में साहूजी महाराज ने कोल्हापुर में संभाजी द्वितीय की सत्ता को मान्यता दे दी लेकिन सातारा और कोल्हापुर के बीच विवाद बना रहा।
बेहद ही रॉयल अंदाज
वर्तमान में बीजेपी से राज्यसभा सांसद संभाजीराजे की लाइफस्टाइल भी बेहद ही रॉयल अंदाज की है। संभाजी राजे के पास कई शाही और विटेंज कारें मौजूद हैं। संभाजी हेलिकॉप्टर से लेकर बुलेट तक की सवारी करते हैं। संभाजी के साथ कई शानदार लग्जरी कारों और एसयूवी का काफिला चलता है।