By अंकित सिंह | Feb 06, 2024
समाजवादी पार्टी के सांसद एसटी हसन ने कहा कि समान नागरिक संहिता मुसलमानों की पवित्र किताब कुरान के सिद्धांतों के खिलाफ है। उन्होंने दावा किया कि उनका समुदाय इसका पालन नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि अगर यह कुरान में मुसलमानों को दी गई 'हिदायत' (निर्देश) के खिलाफ है तो हम इसका (यूसीसी विधेयक) पालन नहीं करेंगे। अगर यह 'हिदायत' के मुताबिक है तो हमें कोई दिक्कत नहीं है। उन्होंने कहा कि आप कानून कितने भी लाए, लेकिन हम वही मानेंगे जो कुरान शरीफ में है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हमें मालूम है की आप ये कानून क्यों ला रहे हैं।
यूसीसी बिल आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड विधानसभा में पेश किया। इस बिल का वादा भारतीय जनता पार्टी ने 2022 के विधानसभा चुनाव में किया था। जब विधेयक कानून बन जाएगा, तो यह विवाह, तलाक, विरासत आदि को नियंत्रित करने वाले व्यक्तिगत धार्मिक कानूनों की जगह ले लेगा। राज्य विधानसभा में भाजपा के स्पष्ट बहुमत के कारण जमानत मिलने की उम्मीद है। कांग्रेस ने आज कहा कि वह यूसीसी के खिलाफ नहीं है बल्कि जिस तरीके से इसे पेश किया जा रहा है उसके खिलाफ है।
एलओपी यशपाल आर्य ने कहा कि हम इसके (समान नागरिक संहिता) खिलाफ नहीं हैं। सदन कार्य संचालन के नियमों से चलता है लेकिन भाजपा लगातार इसकी अनदेखी कर रही है और संख्या बल के आधार पर विधायकों की आवाज को दबाना चाहती है। प्रश्नकाल के दौरान सदन में अपनी बात रखना विधायकों का अधिकार है, चाहे उनके पास नियम 58 के तहत कोई प्रस्ताव हो या अन्य नियमों के तहत, उन्हें विधानसभा में राज्य के विभिन्न मुद्दों पर अपनी आवाज उठाने का अधिकार है।