पश्चिम बंगाल की हिंसा पर समग्र हिंदू समाज उज्जैन ने राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिया

By दिनेश शुक्ल | May 29, 2021

उज्जैन। पश्चिम बंगाल में चुनाव परिणामों के बाद भड़की हिंसा के कारण तीस से अधिक लोगों की हत्या की गयी है। जिनमें 15 दलित भी शामिल है। तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और आसामाजिक लोगों ने हिन्दूओं के घरों और दुकानों में तोडफोड़ और आगजनी की गई है साथ ही कई गाँवों को खाली करा दिया गया है। लगभग चालीस माता-बहिनों के साथ दुष्कर्म किया गया है। इस स्थिति में हजारों हिन्दू परिवारों को अपना घर छोड़ कर अन्य गाँवों और असम सीमा में शरण लेना पड़ रही है। इस हिंसा में 70,000 से अधिक हिन्दू प्रभावित हुए है। पश्चिम बंगाल में चुनाव पश्चात् पूर्व नियोजित हिंसा और अराजकता से चिंतित समग्र हिन्दू समाज, उज्जैन ने शनिवार को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन माननीय कलेक्टर को सौंपा।

 

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जानकारी देते हुए समग्र हिन्दू समाज के अधिवक्ता राकेश जी भार्गव ने बताया कि उज्जैन जिले में निवासरत संत सामाज एवं विभिन्न जाति-समाज प्रमुखों तथा बुध्दिजीवियों के हस्ताक्षर किए हुए ज्ञापन में महामहिम राष्ट्रपति को पश्चिम बंगाल में जनसंख्या असंतुलन, रोहिंग्याओं और तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की गुंडागर्दी के कारण स्थानीय हिन्दुओं विशेषकर ग्रामीण दलितों की दयनीय एवं भयाक्रांत स्थिति से अवगत कराया गया है। ज्ञापन में राज्य सरकार की निष्क्रियता और हिंसक तत्वों के प्रश्रय का उल्लेख करते हुए राष्ट्रपति से माँग की गई कि वे अपनी संवैधानिक शक्तियों का प्रयोग करते हुए महामहिम राज्यपाल के माध्यम से राज्य सरकार को हिंसा पर लगाम लगाने, दोषियों पर कठोर कार्यवाही करने और पीड़ितों के पुनर्वास और मुआवजे के लिये निर्देशित करें।

 

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 समग्र हिन्दू समाज द्वारा दिए गए ज्ञापन में महामहिम राष्ट्रपति से पश्चिम बंगाल की घटनाओं की केन्द्रीय एजेन्सियों से या न्यायिक जाँच की माँग की गयी है। ज्ञापन का वाचन अधिवक्ता राकेश जी भार्गव नें किया।इस अवसर पर रामचंद्र जी कोरट, ओमप्रकाश जी मोहने, नीतिश जी गांगुली, कुलदीप जी धारिया, संजय जी जैन, राजेश जी गर्ग उपस्थित थे।