By एकता | Feb 14, 2023
साल का सबसे रोमांटिक दिन 'वैलेंटाइन डे' आखिरकार आ ही गया। वैलेंटाइन डे, जिसे प्यार के दिन के रूप में भी जाना जाता है,14 फरवरी को सेलिब्रेट किया जाता है। इस दिन प्रेमी जोड़े अलग-अलग तरीकों अपने प्यार का जश्न मनाते हैं। प्रेमी जोड़े वैलेंटाइन डे पर एक-दूसरे से अपने प्यार का इजहार करते हैं और गिफ्ट्स भी देते हैं। वैसे तो प्यार का इजहार कभी भी किया जा सकता है, लेकिन 14 फरवरी पर ऐसा करना एक अलग ही एहसास दे जाता है। यह एहसास जिंदगीभर प्रेमी-जोड़े के साथ रहता है, जो जिंदगी के किसी भी मोड़ पर उनके रिश्ते को फिर से खुशनुमा कर देता है। वैलेंटाइन डे, सिर्फ प्यार करने वालों के लिए नहीं है, आजकल सिंगल लोग भी इस दिन पर अपने तरीके से जश्न मनाते हैं। सिंगल हो या फिर कपल, वैलेंटाइन डे को सेलिब्रेट तो हर कोई करता है, लेकिन यह क्यों मनाया जाता है इसके बारे में बहुत ही कम लोग जानते हैं। चलिए आज हम आपको वैलेंटाइन डे मनाने के पीछे के इतिहास के बारे में बताते हैं।
14 फरवरी को ही क्यों मनाया जाता है वैलेंटाइन डे?
एक पुरानी कथा के अनुसार, रोमन राज्य का राजा क्लाउडियस गोथिकस द्वितीय अपना साम्राज्य फैलाना चाहता था, लेकिन इसके लिए उसे आवश्यकता अनुसार युवा सैनिक नही मिल पा रहे थे। राजा को पता चला कि लोग जिनके परिवार है, जिनकी पत्नी और बच्चे हैं, या जो प्यार मे पड़े युवा पुरुष सेना मे भर्ती नही होना चाहते हैं। इसके बाद राजा ने शादी पर प्रतिबंध लगा दिया। राजा का मानना था कि प्रेम-संबंध या विवाह से पुरुषो की बुद्धि और शक्ति दोनो खत्म हो जाती है।
क्लॉडियस के राज्य में “संत वैलेंटाइन” नाम के एक संत थे, जो प्यार के समर्थक थे और इसे बढ़ावा देने वाले थे, उनको राजा का फैसला बिलकुल भी पसंद नहीं आया। उन्होंने राजा के विरुद्ध जाकर गुप्त रूप से शादियां करवाना जारी रखा। राजा को जब यह बात पता चली तो उन्होंने संत 'वैलेंटाइन' को मौत की सजा सुनाई। 14 फरवरी 269 ईस्वी को सेंट-वैलेंटाइन को फांसी पर चढ़ा दिया गया। संत वैलेंटाइन की मौत के बाद उन्होंने जिन प्रेमी जोड़ों की शादियां कराई थी, उन्होंने 14 फरवरी को प्यार दिवस या वैलेंटाइन डे के नाम से समारोह पूर्वक मनाना शुरू कर दिया।