हर चुनाव में सत्ता परिवर्तन के रिवाज को बदलना चाहते हैं सचिन पायलट, जानिए पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों पर क्या कहा

By टीम प्रभासाक्षी | Dec 18, 2021

राजस्थान में अशोक गहलोत के बाद कांग्रेस में नंबर दो कहे जाने वाले सचिन पायलट उस वक्त सबसे ज्यादा सुर्खियों में आए थे जब उनकी अदावत खुलेआम अशोक गहलोत से नजर आ गई थी। सचिन पायलट ने विधायकों के साथ गहलोत के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। लेकिन सियासत के माहिर खिलाड़ी अशोक गहलोत को वह मात नहीं दे पाए और हाईकमान ने किसी तरह दोनों के बीच सुलह कराई। सचिन पायलट आने वाले चुनावों को लेकर क्या सोचते हैं और कैसा रहेगा चुनावों में कांग्रेस का प्रदर्शन? दरअसल सचिन पायलट ने हिंदुस्तान को अपना एक इंटरव्यू दिया है। आइए जानते हैं उस इंटरव्यू की कुछ बातें।


 मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से आपकी सुलह हो चुकी है या नाराजगी बची है, इस सवाल के जवाब में पायलट कहते हैं मेरा किसी व्यक्ति विशेष से कभी कोई विवाद नहीं रहा। मैंने कुछ बुनियादी मुद्दों को लेकर अपने सुझाव आलाकमान को दिए थे। जिसके पीछे मकसद यह था कि राजस्थान में पिछले 30 सालों से एक बार कांग्रेस और एक बार भाजपा यह सिलसिला जो चल रहा है वह टूटे।इसके लिए हम संगठन और सरकार के स्तर पर क्या कर सकते हैं कि जिससे हमारी सरकार 2023 में फिर बन सके।इसी को लेकर मेरे सुझावों पर कांग्रेस पार्टी ने एक कमेटी बनाई और उचित कदम उठाए जिसका हम सब ने स्वागत किया है।

  

 जयपुर की महंगाई रैली पार्टी की एकजुटता दिखाना था या फिर केंद्र को संकेत देना था, इस सवाल के जवाब में पायलट कहते हैं पार्टी तो पहले से एकजुट है। इस रैली में तो हमने महंगाई हटाने का नारा दिया है, केंद्र सरकार को ललकारा है जिसका असर पूरे देश में देखने को मिलेगा। आज खाने पीने की चीजों से लेकर पेट्रोल डीजल सभी के मूल्य बढ़ गए हैं, जिससे आम आदमी परेशान हो गया है। लेकिन इस बात की भाजपा को जरा भी परवाह नहीं है, उन्होंने कहा कि भाजपा को लगता है कि वह ध्रुवीकरण करके राजनीति में चुनाव जीत लेगी। लेकिन केंद्र की विफलताओं को लेकर हमारा विरोध जारी रहेगा। जैसे उन्हें किसान कानून वापस लेने पड़े हैं, वैसे ही महंगाई रोकने के लिए भी कदम उठाने होंगे।


 किसानों की कर्ज माफी और बेरोजगारी के मुद्दे पर सवाल पूछने पर सचिन पायलट ने कहा कि किसानों पर जो कर्ज सहकारी बैंकों का था, वह माफ कर दिया गया है। जो कर्ज केंद्रीय बैंकों का है उसके लिए प्रस्ताव दिया जा चुका है। वह बैंक केंद्र के अधीन है इसलिए अभी ब्याज अटका है। दूसरी ओर केंद्र कॉरपोरेट के अरबों रुपए माफ कर रही है, लेकिन किसानों का कर्ज माफ नहीं करने दे रही। जहां तक बेरोजगारी की बात है जाहिर है केंद्र की नीतियों के कारण अर्थव्यवस्था बिगड़ी है। राजस्थान में 3 सालों में सरकार ने एक लाख नौकरियां दी है, आने वाले समय में और नौकरियां निकलेंगी।


 कृषि कानूनों की वापसी पर सवाल पूछने पर सचिन पायलट कहते हैं यह कानून पांच राज्यों में चुनाव में हार के डर से वापस लिए गए हैं। यह हमारे अन्नदाता की जीत है, इस प्रकार किसानों ने सरकार को सबक सिखाया है आने वाले चुनाव में जनता भी रोजगारी और महंगाई जैसे मुद्दों पर इस सरकार को सबक सिखाएगी।


 पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों  के सवाल पर सचिन पायलट ने कहा कि, पंजाब में हमारी सरकार की वापसी होगी। उत्तराखंड, और गोवा में हम सरकार बनाएंगे। पांचों राज्यों में हमारा प्रदर्शन अच्छा रहेगा। इसका ट्रेलर हाल में हुए उपचुनाव में मिल गया था। कर्नाटक, राजस्थान, और हिमाचल मैं कांग्रेस ने भाजपा को हराया था। राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस की कमजोर रणनीति, और कमजोर विपक्षी एकता के सवाल पर पायलट कहते हैं कि, कांग्रेस ही एकमात्र दल है जो भाजपा के खिलाफ देशभर में मजबूती से खड़ा है।



 तृणमूल कांग्रेस की कांग्रेस से बढ़ रही दूरी के सवाल पर सचिन पायलट कहते हैं कि तृणमूल तो 2013 में ही यूपीए छोड़ गई थी। लेकिन उसका एक सीमित क्षेत्र है, उससे कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा। कांग्रेस का फुटप्रिंट पूरे देश में है और वही भाजपा के खिलाफ एक देशव्यापी धूरी बन सकती है। कांग्रेसी नेताओं के पलायन के सवाल पर सचिन पायलट कहते हैं कि संगठन के चुनाव घोषित हो चुके हैं। चंद महीनों में चुनाव आ जाएंगे, रही बात पलायन की बोलिए लोगों का अधिकार है कि वह कहां काम करना चाहते हैं। उनके इस कदम का जनता निर्णय करेगी।


 विजय दिवस के कार्यक्रम में इंदिरा गांधी का जिक्र ना होने के सवाल पर पायलट कहते हैं  यह नींदनीय और अशोभनीय है। 1971 की जंग हुई तब इंदिरा जी प्रधानमंत्री थी। उन्होंने अमेरिका की धमकी के बाद भी पाकिस्तान के दो टुकड़े किए, हम सबको पता है कि 50 साल पहले देश के हालात क्या थे। हम जब इस विजय दिवस की 50वीं सालगिरह मना रहे थे तो उनका ज़िक्र नहीं करना, संकीर्ण मानसिकता का परिणाम है। पार्टी में अपनी भूमिका के सवाल के जवाब में पायलट कहते हैं की पार्टी ने 21 सालों से जो जिम्मेदारी दी है, उसे निभा रहा हूं। कई पदों पर रह चुका हूं जो जिम्मेदारी मिलेगी उसे पूरा करूंगा। 

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