By नीरज कुमार दुबे | Nov 14, 2023
विदेश मंत्री एस. जयशंकर का ब्रिटेन दौरा कई मायनों में सार्थक रहा। जयशंकर ने लंदन यात्रा के दौरान जहां प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के साथ दीपावली मनाई और उन्हें एक विशेष उपहार दिया वहीं उनकी ब्रिटेन के नये विदेश मंत्री से भी मुलाकात हुई। इसके अलावा जयशंकर ने भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए मोदी सरकार की उपलब्धियां भी गिनाईं। हम आपको बता दें कि जयशंकर ब्रिटेन की पांच दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर हैं।
लंदन दौरे के दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर और उनकी पत्नी क्योको जयशंकर ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के साथ दिवाली मनाई। ऋषि सुनक ने प्रथम महिला अक्षता मूर्ति के साथ अपने आधिकारिक आवास 10 डाउनिंग स्ट्रीट में दोनों की मेजबानी की। इस अवसर पर, एस जयशंकर ने ऋषि सुनक को भगवान श्रीगणेश की मूर्ति और भारतीय बल्लेबाज विराट कोहली द्वारा हस्ताक्षरित एक क्रिकेट बैट उपहार में दिया। विदेश मंत्री जयशंकर ने एक्स पर बल्ला पकड़े हुए ऋषि सुनक की एक तस्वीर भी साझा की। सुनक ने मौजूदा क्रिकेट विश्व कप में टीम इंडिया के शानदार प्रदर्शन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई दी। इसके अलावा, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने लंदन में बीएपीएस श्री स्वामीनारायण मंदिर में पूजा-अर्चना कर दिवाली मनाई। हम आपको बता दें कि बीएपीएस श्री स्वामीनारायण मंदिर यूरोप का पहला प्रामाणिक और पारंपरिक रूप से निर्मित हिंदू मंदिर है।
इसके अलावा, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने लंदन में भारतीय उच्चायोग द्वारा आयोजित विशेष दिवाली समारोह में उपस्थित भारतीय प्रवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत में आये इन बड़े बदलावों के पीछे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं। उन्होंने कहा, ''मैंने यह कहकर शुरुआत की कि दुनिया बदल गई है, हमारे रिश्ते बदल गए हैं, ब्रिटेन बदल गया है और भारत बदल गया है। तो आप मुझसे पूछ सकते हैं कि भारत में क्या बदलाव आया है। आप उत्तर जानते हैं- उत्तर है मोदी। जयशंकर ने इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी की उन महत्वाकांक्षी योजनाओं का जिक्र किया जिन्होंने भारतीयों के जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव लाने में बड़ी भूमिका निभाई है।
इसके अलावा, विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने ब्रिटेन के नवनियुक्त विदेश मंत्री डेविड कैमरन से मुलाकात की और द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी पर विस्तृत चर्चा की। हम आपको बता दें कि अगले साल ब्रिटेन में होने वाले आम चुनाव से पहले, अपनी कैबिनेट में फेरबदल करते हुए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री कैमरन को नया विदेश मंत्री नियुक्त किये जाने के कुछ ही घंटों बाद यह मुलाकात हुई। सुएला ब्रेवरमैन की जगह जेम्स क्लेवरली को गृह मंत्री बनाया गया है, जो इससे पहले विदेश मंत्री के पद पर थे। जयशंकर ने जून 2016 में ‘ब्रेक्जिट’ (यूरोपीय संघ से अलग होने पर) जनमत संग्रह के मद्देनजर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने वाले डेविड कैमरन के अचानक फिर से एक महत्वपूर्ण पद संभालने पर उन्हें बधाई दी।
विदेश मंत्री ने कहा कि उन्होंने लंदन में विदेश, राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय (एफसीडीओ) में अपनी द्विपक्षीय वार्ता के दौरान कई विषयों पर चर्चा की, जिसमें जारी वैश्विक संघर्ष और हिंद-प्रशांत क्षेत्र शामिल थे। जयशंकर ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ''ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड कैमरन से उनके कार्यकाल के पहले दिन मुलाकात कर खुशी हुई। उनकी नियुक्ति पर उन्हें बधाई दी। दोनों देशों की रणनीतिक साझेदारी पर चर्चा की।’’ जयशंकर ने कहा कि उन्होंने कैमरन के साथ पश्चिम एशिया में स्थिति, रूस-यूक्रेन संघर्ष और हिंद-प्रशांत क्षेत्र पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया। मंत्री ने कहा, ‘‘उनके साथ काम करने को उत्सुक हूं।’’ हम आपको याद दिला दें कि डेविड कैमरन 2010 से 2016 तक ब्रिटेन के प्रधानमंत्री रहे थे और 2005 से 2016 तक उन्होंने कंजर्वेटिव पार्टी का नेतृत्व किया था। जयशंकर ने पूर्व प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर से भी मुलाकात की। उन्होंने कहा, ‘‘ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री टोनी ब्लयेर से मिलकर अच्छा लगा। हमने द्विपक्षीय संबंधों, पश्चिम एशिया और अफ्रीका में स्थिति पर चर्चा की।’’
इसके अलावा, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा है कि भारत और ब्रिटेन वर्तमान में एक मुक्त व्यापार समझौते पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं और उम्मीद है कि दोनों पक्ष ऐसी सहमति पर पहुंचेंगे जो दोनों के लिए काम करेगी। उन्होंने कहा कि एजेंडा 2030 में संपर्क, व्यापार, रक्षा और सुरक्षा, स्वास्थ्य और जलवायु परिवर्तन पर मिलकर काम करने पर अधिक जोर दिया गया है। जयशंकर ने कहा, ''हम उस पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं जिसे आधिकारिक तौर पर उन्नत व्यापार साझेदारी कहा जाता है। सामान्य अर्थों में, इसे एफटीए (मुक्त व्यापार समझौता) कहा जाता है।” उन्होंने कहा कि आज भारत और ब्रिटेन की सरकारें इस पर बातचीत कर रही हैं और “हमें उम्मीद है कि हम ऐसी सहमति पर पहुंच जाएंगे जो हम दोनों के लिए काम करेगी।” हम आपको बता दें कि भारत-ब्रिटेन व्यापक रणनीतिक साझेदारी को 2021 में भारत-ब्रिटेन रोडमैप 2030 के साथ शुरू किया गया था, जिसका उद्देश्य कई क्षेत्रों में संबंधों का विस्तार करना है।