By अभिनय आकाश | Feb 26, 2022
यूक्रेन पर रूस की चढ़ाई से पूरी दुनिया में तनाव की स्थिति है। एक तरफ जहां रूस यूक्रेन की राजधानी कीव को भी अब लगभग अपनी गिरफ्त में पूरी तरह से लेने ही वाला है। वहीं रूस के इस कदम से उस पर यूरोपीय देशों की तरफ से तरह-तरह के प्रतिबंध भी लगाए जा रहे हैं। लेकिन प्रतिबंधों के बीच रूस की अंतरिक्ष एजेंसी के प्रमुख ने अमेरिका को चेतावनी दी है कि मास्को पर लगाए गए कई प्रतिबंध अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर "हमारे सहयोग को नष्ट" कर सकते हैं। इसके साथ ही वाशिंगटन से पूछा कि क्या वह भारत और चीन को "500 टन की क्षमता" के ढांचा गिरने की संभावना से धमकी देना चाहते हैं।
रूसी अंतरिक्ष एजेंसी रोस्कोस्मोस के प्रमुख ने कहा है कि संयुक्त राज्य अमेरिका के द्वारा लगाए गए नए प्रतिबंधों में अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर हमारे सहयोग को नष्ट करने की क्षमता है। अमेरिका द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों के बाद रोस्कोस्मोस के महानिदेशक दमित्रि रोगोजिन ने ट्वीट करते हुए कहा कि अगर आप हमारे साथ सहयोग को अवरूद्ध करते हैं तो अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (आईएसएस) ऑर्बिट में अनियंत्रित होने और इसे अमेरिका या यूरोप पर गिरने से कौन बचाएगा? इसके साथ ही दमित्रि ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि भारत या चीन पर 500 टन का ढांचा गिरने का विकल्प खुला है। क्या आप उन्हें ऐसी संभावना से धमकाना चाहते हैं। आईएसएस रूस के ऊपर से उड़ान नहीं भरता है। ऐसे में प्रतिबंध लगाने से पहले आप जान लें कि आपको क्या करना है?
यूक्रेन पर हमला करने के खिलाफ रूस को दंडित करने के लिए अमेरिका की तरफ से रूस पर कड़े आर्थिक प्रतिबंधों की घोषणा की गई है। अमेरिका राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रूस के खिलाफ प्रतिबंधों के साथ ही रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और उनके विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव की यात्रा पर भी प्रतिबंध लगा दिया है। पुतिन ने जब यूक्रेन में "सैन्य अभियान" की घोषणा की थी, तब उसके कुछ घंटों बाद ही बाइडेन ने रूस के खिलाफ प्रतिबंधों की घोषणा कर दी थी। ऐसा करने वाले वो विश्व के वो पहले नेता थे।