By रेनू तिवारी | Feb 26, 2022
रूसी सैनिकों ने यूक्रेन की राजधानी कीव पर शुक्रवार को हमला शुरू दिया। सरकारी इमारतों के निकट गोलीबारी और विस्फोटों की आवाजें गूंज रही थीं। रूस की इस कार्रवाई से यूरोप में व्यापक युद्ध की आशंका पैदा हो गई है वहीं उसे रोकने के लिए दुनियाभर में प्रयास भी शुरू हो गए हैं। युद्ध से सैकड़ों लोगों के हताहत होने की सूचनाओं के बीच कीव में इमारतों, पुलों और स्कूलों के सामने भी गोलीबारी और विस्फोटों की घटनाएं हुई हैं। यूक्रेन की सेना ने शनिवार तड़के कहा कि उसने युद्ध प्रभावित देश में भारी लड़ाई के बीच 1,000 से अधिक रूसी सैनिकों को मार गिराया है। हालांकि रूसी सेना ने अभी तक हताहतों की संख्या का खुलासा नहीं किया है।
यूक्रेन और रूस के युद्ध को लेकर अलग-अलग दावे
इस बीच संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि चल रहे रूसी आक्रमण में अब तक 25 नागरिक मारे गए और 102 घायल हो गए। यूक्रेन ने यह भी दावा किया कि उसने कम से कम 80 टैंक, 516 बख्तरबंद लड़ाकू वाहन, सात हेलीकॉप्टर, 10 विमान और 20 क्रूज मिसाइलों को नष्ट कर दिया है, जबकि रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि उसके सैनिकों ने यूक्रेन में 211 सैन्य बुनियादी सुविधाओं को नष्ट कर दिया है। यूक्रेनी सेना ने कहा कि रूसी सैनिकों ने मुख्य कीव एवेन्यू पर स्थित एक सैन्य अड्डे पर हमला किया लेकिन हमले को रद्द कर दिया गया। यूक्रेन की सेना ने अपने सत्यापित फेसबुक पेज पर कहा कि रूस ने "कीव में विक्ट्री एवेन्यू पर सैन्य इकाइयों में से एक पर हमला किया।
यूक्रेन-रूस संघर्ष: अभी आपको क्या जानने की जरूरत है
रूसी और यूक्रेनी सेनाएं यूक्रेनी राजधानी के बाहरी इलाके में भिड़ गईं क्योंकि अधिकारियों ने नागरिकों से दशकों में सबसे खराब यूरोपीय सुरक्षा संकट में रूसी सेना को आगे बढ़ने से शहर की रक्षा करने में मदद करने का आग्रह किया। शनिवार तड़के कई रिपोर्टें सामने आईं, जिसमें दावा किया गया कि इस क्षेत्र में "अंतिम कुछ मिनटों में दर्जनों विस्फोट सुने गये" के साथ भारी लड़ाई हुई। रिपोर्टों के अनुसार, रूसी तोड़फोड़ करने वालों ने राष्ट्रीय पुलिस के वेश में वासिलकिव के पास एक चौकी तक पहुँचाया और वहाँ यूक्रेनी सैनिकों को गोली मार दी गयी।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की के प्रवक्ता ने सोशल मीडिया पर कहा इससे पहले, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेनी सेना से नेतृत्व को उखाड़ फेंकने और शांति के लिए बातचीत करने का आग्रह किया। इस बीच यूक्रेन और रूस बातचीत के लिए जगह और समय पर चर्चा कर रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र की एजेंसियों ने कहा कि संघर्ष विदेशों में 50 लाख लोगों को ले जा सकता है, कम से कम 100,000 लोग बेघर गए और ईंधन, नकदी और चिकित्सा आपूर्ति कम चल रही है।
दुनिया के नक्शे में बदलाव करने और रूस के शीतयुद्ध कालीन प्रभाव को बहाल करने के लिए यह पुतिन का अभी तक का सबसे बड़ा कदम है। हालांकि इस युद्ध में अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि यूक्रेन का कितना हिस्सा अब भी उसके कब्जे में है और कितने हिस्से पर रूस का नियंत्रण हो गया है। इस बीच क्रेमलिन ने बातचीत करने की कीव की पेशकश स्वीकार कर ली लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि यह युद्ध से जूझ रहे यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के प्रति नरमी दिखाते हुए किया जा रहा है, ना की मामले का कूटनीतिक हल निकालने के लिए। पश्चिमी देशों के नेताओं ने आपातकालीन बैठक बुलाई है और यूक्रेन के राष्ट्रपति ने ऐसे हमलों को रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय मदद की गुहार लगाई है क्योंकि उन्हें आशंका है कि रूस लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई उनकी सरकार को बेदखल कर सकता है। यूक्रेन में बड़े पैमाने पर लोग हताहत हो सकते हैं और वैश्विक अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा सकता है।
रूस के आक्रमण का दूसरा दिन यूक्रेन की राजधानी पर केंद्रित था, जहां ‘एसोसिएटेड प्रेस’ के पत्रकारों ने विस्फोट की आवाजें सुनीं और कई क्षेत्रों से गोलियां चलने की सूचना भी है। यूक्रेन के खिलाफ बड़े सैन्य अभियान की घोषणा करते हुए पुतिन ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निंदा एवं प्रतिबंधों को नजरंदाज किया है और अन्य देशों को चेतावनी दी कि रूसी कार्रवाई में किसी प्रकार के हस्तक्षेप के प्रयास के ‘‘ऐसे परिणाम होंगे, जो उन्होंने कभी नहीं देखे होंगे।’’ रूसी सेना ने कहा कि उसने कीव के बाहर एक रणनीतिक हवाई अड्डे और पश्चिम में एक शहर पर नियंत्रण कर लिया है।