By निधि अविनाश | Feb 27, 2022
जर्मनी, संयुक्त राज्य अमेरिका, फ्रांस, कनाडा, इटली, ग्रेट ब्रिटेन और यूरोपीय आयोग ने रविवार को रूस को स्विफ्ट ग्लोबल पेमेंट सिस्टम से बाहर कर देने का ऐलान किया है। यह एक वैश्विक भुगतान प्रणाली है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इसका उद्देश्य इन संस्थानों के अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय प्रवाह को बाधित करना है। यह रूस के वैश्विक व्यापार को बड़े पैमाने पर प्रतिबंधित कर देगा।
रूस लगातार यूक्रेन पर हमले कर रहा है जिसके कारण रूस पर लगातार कई प्रतिबंध लगाए जा रहे है और यह नए प्रतिबंध भी इसी का हिस्सा है।जर्मन सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि, यूक्रेन पर रूस के लगातार हमले हो रहे है जिसके देखते हुए रूस पर यह तीसरा प्रतिबंध लगाया जा रहा है। बता दें कि, इन प्रतिबंधों से रूस पर काफी प्रभाव पड़ेगा क्योंकि, रूस तेल और गैस के निर्यात के लिए काफी हद तक स्विफ्ट बैंकिंग प्रणाली पर निर्भर है।
हालांकि, इससे न केवल रूस को नुकसान पहुंचेगा बल्कि इसका असर रूस के साथ व्यापार करने वालों को भी होगा जिसमें कई पश्चिमी देश भी शामिल हैं। रूस पर लगाए गए इस नए प्रतिबंध को लेकर यूक्रेन के प्रधानमंत्री डेनिस शमीहाल ने ट्वीट कर कहा कि, हम अन्य देशों द्वारा रूस पर लगाए गए इन इन प्रतिबंधों की सराहना करते है और इस संकट के समय यह यूक्रेन के लिए बड़ी मदद है।
क्या है स्विफ्ट ग्लोबल पेमेंट सिस्टम?
जानकारी के लिए बता दें कि, स्विफ्ट का पूरा नाम'सोसायटी फॉर वर्ल्डवाइड इंटरबैंक फाइनेंशियल टेलीकम्यूनिकेशन है। बेल्जियम में स्थित यह एक बेहद ही सुरक्षित मैसेजिंग प्रणाली है। इससे पैसों के लेनदेन सीमा पार अन्य देशों के साथ बड़ी आसानी से किया जाता है और दुनिया की लगभग 11000 से ज्यादा बैंकों और वित्तीय संगठनों के साथ वित्तीय लेनदेन की सुविधा भी इसी से मिलती है। इससे देश और विदेश का अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर व्यापार सुरक्षित तरीके से होता है।